गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के गठन का स्वागत किया किसान सभा ने, कहा — बुनियादी अधिकारों के लिए होंगे जनता के संघर्ष तेज
बिलासपुर , 10 फरवरी 2020 — छत्तीसगढ़ किसान सभा ने राज्य के 28वें जिले के रूप में गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के गठन का स्वागत किया है और आशा व्यक्त की है कि इस आदिवासीबहुल तथा खनिज संपन्न जिले के गठन से इस क्षेत्र के विकास की गति तेज होगी, जल-जंगल-जमीन, रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं हल होंगी तथा नागरिकों के बुनियादी अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष तेज होंगे।
आज यहां जारी एक बयान में छग किसान सभा के नेता नंद कुमार कश्यप तथा राकेश सिंह चौहान ने कहा है कि नए जिले के गठन से प्रशासन तक लोगों की पहुंच सुगम होगी तथा उनकी 125 किमी. दूर बिलासपुर पर निर्भरता खत्म होगी। उन्होंने कहा कि अब छत्तीसगढ़ सरकार को चाहिए कि अपने छोटे-छोटे काम-धंधे करने वालों को प्रोत्साहन देकर उन्हें गरीबी से निकालने योजनाएं बनाएं, आदिवासियों को भूमि का अधिकार दे, रोजगार पैदा करे और शिक्षा, स्वास्थ्य के लिए स्कूल-अस्पताल खोले।
किसान नेताओं ने कहा है कि नवगठित जिला किसानों और शिल्पकारों का जिला है, जो अत्यंत गरीबी में जी रहे हैं और सबसे ज्यादा संकट में है। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार और जिला प्रशासन उनकी समस्याओं को हल करने के लिए कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि किसान सभा इस क्षेत्र में प्राकृतिक संसाधनों की लूट के खिलाफ लगातार संघर्षरत है और नवगठित जिले में यह संघर्ष और तेज होगा।
*राकेश सिंह चौहान*
उपाध्यक्ष, छग किसान सभा
(मो) 091796-08938