प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने दी गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिला बनने की बधाई , कहा — यह उपहार गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही की जनता को
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ-साथ कोरबा के पूर्व सांसद एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत और वर्तमान सांसद ज्योत्सना महंत के प्रयासों को सराहा
रायपुर 10 फरवरी 2020 — गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही के प्रदेश के 28 वॉ जिला बनने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने छत्तीसगढ़ की जनता के साथ-साथ विशेषरूप से नवगठित जिले के निवासियों को बधाई दी है। 15 अगस्त 2019 को स्वतंत्रता दिवस के राज्य स्तरीय समारोह में गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले की घोषणा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा की गयी थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रभावी और गतिशील नेतृत्व को नये जिले गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही के गठन का श्रेय देते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि इस क्षेत्र की बहुत पुरानी मांग को छत्तीसगढ़ के संवदेनशील मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूरा किया है। आज यह उपहार गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही की जनता को छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने दिया है। अब इस क्षेत्र के लोगों की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी हुयी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने इस जिले के गठन के लिये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ-साथ इस क्षेत्र के पूर्व सांसद एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, वर्तमान सांसद ज्योत्सना महंत के प्रयासों की भी सराहना की है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही के नया जिला बनने से इस क्षेत्र का और तेजी से विकास होगा। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की यही प्रयास भी है कि समाज में अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक सरकारी योजनाये पहुंचे। अब इस गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही क्षेत्र के लोगों को अपना कार्य करवाने के लिए बिलासपुर तक 150 कि.मी. का सफर तय नही करना पड़ेगा । अब गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही क्षेत्रवासियों की समस्याओं का समाधान वही संभव हो सकेगा।
नवगठित जिले गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही मे 3 तहसील, 3 विकासखण्ड गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही शामिल है। जिनमें कुल 166 ग्राम पंचायते, 222 गांव और दो नगर पंचायत गौरेला-पेण्ड्रा समाहित है। नवगठित जिले में मरवाही विधानसभा के 200 गांव और कोटा विधानसभा के 25 गांव, कोरबा विधानसभा के 200 गांव और बिलासपुर लोकसभा के 25 गांव समाहित है। इस जिले का क्षैत्रफल 1 लाख 68 हजार 225 हेक्टेयर है।