भूपेश के बयान पर भाजपा का पलटवार , पूछा पिटाई खाने वाले किसान सीएम की नजर में दलाल है क्या ?
रायपुर , 22 फरवरी 2020 — भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के किसानों से संबंधित बयान की भत्र्सना की है। श्री उसेंडी ने कहा कि सीएम का अहंकार अब सारी सीमाओं को लांघता जा रहा है। उन्होंने कहा कि विदेश में रहते हुए किसानों को आधी रात दौड़ा-दौड़ा कर पिटवाना और रायपुर आते ही किसानों को दलाल कहना, इसकी जितनी निंदा की जाय वह कम है। उसेंडी ने कहा कि सीएम को ध्यान रखना चाहिए कि अहंकार तो रावण का नहीं रह सका तो अन्यों की क्या बिसात। उन्होंने कहा कि यह अफसोसनाक है कि जिन किसानों ने कांग्रेस के झांसे में आकर इन्हें गद्दी पर बैठाया, आज उन्हीं किसानों को कोचिया और दलाल कह रहे, यह कृतघ्नता की पराकाष्ठा है। श्री उसेंडी ने कहा कि भाजपा पर जितना भड़ास निकालना हो निकालें, प्रतिशोध की जैसी राजनीति करनी है, करें लेकिन कम से कम प्रदेश के किसानों पर इतनी हल्की बातें और स्तरहीन बाते करना, उनका ऐसा अपमान करना निहायत ही अनुचित है।
श्री उसेंडी ने सवालिया लहजे में पूछा कि केशकाल में जिन आदिवासी किसानों को स्ट्रीट लाइटें बंद करके दौड़ा-दौड़ाकर आधी रात को बर्बरड्डतापूर्वक पीटा गया क्या वे कोचिया और दलाल थे? क्या कवर्धा, राजनांदगांव कोरिया, सूरजपुर, कांकेर समेत प्रदेश भर में जितने किसान सड़क पर हैं, भूपेश जी उन सभी को दलाल समझते हैं? भाजपा के श्वेत पत्र की मांगों पर सीएम के बौखलाहट पर भाजपाध्यक्ष ने कहा कि क्योंकि सीएम के पास कहने का कुछ है नहीं तो इधर-उधर की बात कर रहे हैं। उनके द्वारा किये गये बदले की हर कार्रवाई पर न्यायालय ही उन्हें मुंहतोड़ जवाब देता आ रहा है। श्री उसेंडी ने कहा कि अगर थोड़ी भी नैतिकता होती भूपेश बघेल में तो वे अपनी पुलिस की बर्बरता पर लज्जित होकर माफी मांगते, इसके बजाय उल्टे किसानों के लिए अपशब्द का इस्तेमाल करने की जितनी निंदा की जाय, वह कम है।