ऑनलाईन परीक्षा में सफल होने पर नवनिर्वाचित पार्षद के छलक आए आंसू, कम्प्यूटर को किया नमन

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एक शहीद की विधवा, तीन बहनों सहित मदरसा के मौलाना ने दिलाई ऑनलाईन परीक्षा
रायपुर, 1 मार्च 2020 — गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ की ऑनलाईन परीक्षा में प्रदेश के ई-साक्षरता केन्द्रों में कई रोचक नजारे देखने को मिले। नगर निगम की एक नवनिर्वाचित पार्षद ने ऑनलाईन परीक्षा देकर जैसे ही सफलता अर्जित की वैसे ही उसके आंखों में आंसू छलक गए और उन्होंने कम्प्यूटर को नमन किया। धमतरी जिले के ई-साक्षरता केन्द्र में अध्ययनरत शिक्षार्थी श्री रविन्द्र कुमार दीवान ने अपनी मां का स्वर्गवास होने पर भी प्रशिक्षण अधूरा नहीं छोड़ा और ऑनलाईन मूल्यांकन में शामिल होकर सफलता प्राप्त की। राजनांदगांव जिले के शहीद संदीप यदु की विधवा श्रीमती गिरजा यदु ने ऑनलाईन परीक्षा दी। महासमुंद जिले के ई-साक्षरता में तीन सगी बहने दुर्गेश्वरी, काजल और चिंकी ने ऑनलाईन परीक्षा में शामिल होकर सफलता प्राप्त की। नगर पंचायत गंडई के मदरसा के मौलाना मुरशिद रजा और अकील रहमान खान ने ई-साक्षरता केन्द्र में मूल्यांकन में शामिल होकर सफलता पाई।
नवनिर्वाचित पार्षद ने भी डिजिटल साक्षरता के महत्व को स्वीकारा। मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत धमतरी जिले में संचालित ई-साक्षरता केन्द्र के 10वें और 11वें बैच की अभ्यर्थी श्रीमती राही यादव (नवनिर्वाचित पार्षद) ने जब बाह्य मूल्यांकन में सफलता प्राप्त की तो उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक आए। राही यादव ने कहा कि 21वीं सदी में जहां इच्छाओं और आकांक्षाओं ने आकाश की सीमाओं को चुनौती दी है, ऐसे में एक पार्षद राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए डिजिटल साक्षरता का ज्ञान जरूरी है। उन्होंने कार्य की व्यस्तता के बावजूद प्रशिक्षण के दौरान केन्द्र में नियमित उपस्थिति दी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में निर्धारित 12 विषयों का ज्ञान भावी जीवन में लाभकारी साबित होगा, सफलता के लिए मार्गदर्शन प्रदान करेगा। श्रीमती राही यादव ने ई-साक्षरता केन्द्र से जुड़कर नये अनुभव प्राप्त किया है। वीडियो वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि वे केन्द्र में दी गई शिक्षा को अपने जीवन में आत्मसात करेंगी और न केवल वार्डवासियों को बल्कि पूरे जिले के नागरिकों को ई-साक्षरता केन्द्र में आने के लिए प्रेरित करेंगी।
ई-साक्षरता केन्द्रों में तीन दिवसीय ऑनलाईन बाह्य मूल्यांकन आयोजित किया गया। ‘गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़’ मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत छत्तीसगढ़ के ई-साक्षरता केन्द्रों में छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसायटी द्वारा आयोजित ऑनलाईन बाह्य मूल्यांकन में लगभग एक हजार 800 शिक्षार्थी सम्मिलित हुए। उल्लेखनीय है कि स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम के कुशल मार्गदर्शन में देश में पहली बार शहरी क्षेत्र के डिजिटल असाक्षरों के लिए गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत छत्तीसगढ़ में 36 केन्द्र प्रारंभ किए गए हैं। संचालक श्री जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि मार्च 2020 तक लगभग 3 हजार शिक्षार्थियों को डिजिटल साक्षर बनाए जाने का लक्ष्य है।
राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के संचालक एवं सदस्य सचिव श्री जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि नवाचारी कार्यक्रम गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ में 15 से 60 आयु समूह के डिजिटल असाक्षरों को प्रशिक्षित ई-एजुकेटर द्वारा एक माह में डिजिटल उपकरणों का उपयोग करना सिखाया जाता है। डिजिटल साक्षरता के अंतर्गत कम्प्यूटर, मोबाइल सहित डिजिटल डिवाइस को चलाना, कम्प्यूटर के पुर्जे का उपयोग, मोबाइल फोन का उपयोग, टेबलेट की जानकारी और उपयोग, इंटरनेट का उपयोग, सर्च इंजन का उपयोग, ई-मेल का परिचय, सोशल मीडिया, फेसबुक, ट्वीटर, व्हाट्सअप का उपयोग। विभिन्न सेवाओं का ऑनलाईन भुगतान, ऑनलाईन बुकिंग, रेल, बस टिकिट बुक करना, मोबाइल रिचार्ज, टी.वी. रिचार्ज, बिजली बिल इत्यादि का भुगतान तथा विभिन्न सेवाओं के लिए ऑनलाईन फार्म भरना सिखाया जाता है। विषय विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न विषयों में पॉवर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। डिजिटल साक्षरता के अलावा भारत का संविधान, व्यक्तिगत स्वच्छता, व्यक्तित्व विकास, चुनावी साक्षरता, वित्तीय साक्षरता, विधिक साक्षरता, श्रेष्ठ पालकत्व, आत्मरक्षा, कौशल विकास, नागरिक कर्त्तव्य, जीवन मूल्य आदि का भी प्रशिक्षण दिया जाता है। डिजिटल साक्षरता के कोर्स के पश्चात जिले के द्वारा आंतरिक मूल्यांकन किया जाता है।

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