गुर्गों के माध्यम से चल रहे रेत खदान को बन्द करने ग्रामीण हुए एक जुट ,ग्रामीणों की मांग पहले हाथ को काम दो….
गरियाबंद , 3 मार्च 2020 — गरियाबंद जिला के ग्राम कुरुसकेरा रेत खदान शासन की अनुमति से चल तो रहा था लेकिन रेत खदान के मालिक के द्वारा प्रशासान के बनाए गए सभी नियमो को ताक में रख कर गुर्गों के दम पर मनमानी तरीके से रेत का दोहन किया जा रहा था जिसकी शिकायत राजिम थाने में होने के बाद अब बन्द किया गया ।जिसमें मिली जानकारी के अनुसार ग्राम कुरुसकेरा खदान में दो से तीन चैन माउंटेन मशीन के माध्यम से दिन और रात रेत का खनन कर परिवहन किया जा रहा था ,वही रेत खनन करने के लिए प्रशासन द्वारा समय का निर्धारण करते हुए सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक किया गया है ।लेकिन उक्त खदान में चौबीसों घण्टे रेत का खनन मशीन के माध्यम से कर दोहन किया जा रहा था ।साथ ही राज्य शासन का यह उद्देश्य था कि जिस ग्राम से लगे रेत खदान का उत्खनन किया जाएगा उसमे मिलने वाला रॉयल्टी की राशि उस गाँव के विकास कार्य के लिए भी दिया जाएगा लेकिन कुरुसकेरा रेत खदान में एक बार रॉयल्टी कटवाकर कई ट्रक रेत का परिवहन राज्य शासन को ही नुकसान पहुचाया जा ।वही दूसरी तरह मार्ग में पड़ने वाले खेत को लेकर रेत खदान के गुर्गो के द्वारा बीते देर रात ग्रामीणों के साथ मारपीट भी किया गया जिसकी शिकायत ग्रामीणों के द्वारा राजिम थाने में दर्ज कराया गया जिसमे चार लोगों के खिलाफ 294 ,506 323 ( 34 ) कायम भी किया गया है ।और आज ग्राम के सभी नागरिकों के द्वारा बैठक रखा गया और मशीन के माध्यम से रेत भराई को बन्द किये जाने की मांग किया गया ताकि ग्राम के लोगो को रोजगार मिल सके ।