फेक न्यूज शेयर करने वाले सरकारी मुलाजिम पर गिरी गाज…
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही , 20 मार्च 2020 — जब अफवाहों से बचते हुए जन जागरण की उम्मीद हर किसी से की जा रही हो तब चिकित्सा जैसे लोक कल्याण के पेशे से जुड़े सरकारी मुलाजिम ही अगर कोरोना महामारी को लेकर अफवाहों के डाकिया बनकर सामने आएं तो उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जा सकता। छत्तीसगढ़ के नए जिले गौरेला पेंड्रा मरवाही की कलेक्टर ने ऐसे संवेदनहीन व्यवहार पर सख्ती दिखाते हुए एक स्टाफ नर्स को निलंबित कर दिया है और लैब टेक्नीशियन से जवाब तलब किया है।
मिली जानकारी के अनुसार संदिग्ध महिला मरीज का फेक वीडियो पोस्ट करने वाली स्टाफ नर्स को निलंबित किया गया है और संविदा के पद पर पदस्थ लैब टेक्नीशियन से 3 दिन के अंदर जवाब मांगा गया है। कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी ने यह ठोस कार्रवाई की है।
जानकारी के मुताबिक कोरोना की संदिग्ध महिला की रिपोर्ट निगेटिव आई है। महिला ने अफवाह फैलाने के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इन दोनों स्वास्थ्य कर्मचारियों के अलावा वीडियो बनाने वाले यू ट्यूब चैनल के प्रमुख के खिलाफ भी गौरेला थाने में मामला दर्ज कराया गया है।
इसी प्रकार रायपुर में कोरोना संक्रमित रोगी की पहचान उजागर करने वाले के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। बताया जा रहा है कि एक व्यक्ति ने कोरोना पीड़ित मरीज का नाम और तस्वीर सोशल मीडिया पर उजागर की थी। जानकारी होने पर सिविल लाइन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस फोन नंबर के आधार पर आरोपी की तलाश कर रही है।
विदित है कि छत्तीसगढ़ शासन ने सभी से अपील की है कि सोशल मीडिया पर भ्रामक, अपुष्ट और फेक खबरों पर विश्वास करने और उसे अन्य ग्रुप में प्रसारित करने से बचें। ऐसी खबरों से आम जनता में भय और अनिश्चितता का वातावरण उत्पन्न होता है। शासन ने कहा है कि आम जनता केवल अधिकृत और पुष्ट जानकारी को ही सोशल मीडिया में पोस्ट करे। शासन ने यह भी निर्देश दिए हैं कि फेक न्यूज और अफवाह फैलाने वालों पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। शासन ने लोगों से अपील की है कि कोरोना वायरस से बचाव और उपचार में प्रशासन का सहयोग करें।