एनएमडीसी-डीएवी विद्यालय के बच्चों को छत्तीसगढ़ बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजूकेशन परीक्षाओं में मिली अपार सफलता ।
हैदराबाद, 26 जून 2020 — एनएमडीसी के सीएसआर कार्यों के अंतर्गत एनआईएसपी-नगरनार द्वारा संचालित डीएवी आवासीय पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजूकेशन की हाल ही में संपन्न कक्षा 10 एवं कक्षा 12 वीं की परीक्षाओं में बडी सफलता प्राप्त हुई है। इस विद्यालय से 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों का पहला बैच परीक्षा में शामिल हुआ था। एनएमडीसी ने 2010 में नगरनार, छत्तीसगढ में डीएवी आवासीय पब्लिक स्कूल की स्थापना की थी।
कक्षा 12वीं के विज्ञान तथा गणित वर्ग में कुल 39 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी जिसमें 87% को सफलता प्राप्त हुई। 19 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। कुमारी अनुराधा मिश्र ने सर्वाधिक 88% अंक प्राप्त किए जबकि कु. वर्षा बघेल को 86.2% एवं मास्टर बालेंद्र बघेल को 84.8% अंक प्राप्त हुए।
10वीं कक्षा के कुल 90 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी जिसमें 93% को सफलता प्राप्त हुई। 46 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। कुमारी वैजंती बघेल को सर्वाधिक 91.5% अंक प्राप्त हुए जबकि कु. नीतू मरकम को 87.83% एवं मास्टर उनीत कश्यप को 87.33% अंक प्राप्त हुए।
एनएमडीसी तथा डीएवी ने कक्षा सात से लेकर बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों की शिक्षा संबंधी जरूरतों के मुताबिक लम्बी अवधि का क्लासरूम कार्यक्रम तैयार किया था। इस कार्यक्रम में पैटर्न-प्रूफ अध्ययन सामग्री एवं व्यक्तिगत रूप से ध्यान देने के साथ-साथ विद्यार्थियों को विषय की आधारभूत संकल्पनाओं को समझने पर बल दिया जाता है। विद्यालय में छात्रों की समानांतर चिंतन की प्रक्रिया को मजबूत करने एवं उनकी विश्लेषणात्मक दक्षता को बढाने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
नक्सली गतिविधियों से प्रभावित क्षेत्रों के विद्यार्थियों तथा नगरनार में इस्पात संयंत्र के लिए भूमि देने वाले लोगों के बच्चों को शिक्षा का अवसर प्रदान किया जा रहा है। इस समय विद्यालय के कुल 579 विद्यार्थियों में से 159 विद्यार्थी बस्तर क्षेत्र से हैं। एनएमडीसी छत्तीसगढ़ राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए प्रतिबद्ध एवं समर्पित है।
श्री एन.बैजेन्द्र कुमार, आई ए एस, सीएमडी, एनएमडीसी ने इस प्रदर्शन पर कहा कि “ विद्यार्थियों को उनके इस शानदार प्रदर्शन पर मेरी हार्दिक बधाई। मैं उनके उज्ज्वल भविष्य एवं लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए शुभकामनाएं देता हूं। यह क्षण हम सबके लिए वर्षों के अथक परिश्रम के परिणाम का गौरवपूर्ण क्षण है। मेरा दृढ विश्वास है कि अच्छी शिक्षा के माध्यम से हम विद्यार्थियों में आशा तथा कल्पना का संचार तथा शिक्षा के प्रति लगाव उत्पन्न कर सकते हैं। मैं विद्यालय के शिक्षकों तथा प्रशासकों को भी इस उपलब्धि पर धन्यवाद देता हूं तथा उनके भविष्य के कार्यों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।“