वायनाड से नामांकन के बाद बोले राहुल, संघ और मोदी कर रहे दक्षिण की संस्कृति पर हमला
केरल — कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को केरल की वायनाड सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। इसके बाद कार्यकर्ताओं और समर्थकों के हुजूम के बीच उन्होंने बहन प्रियंका गांधी संग रोड शो भी किया। रोड शो के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा और संघ पर हमला बोला।
राहुल गांधी ने कहा कि मैं केरल केवल यह मैसेज देने आया हूं कि पूर्व से लेकर पश्चिम तक और उत्तर से लेकर दक्षिण तक भारत एक देश है। जिस तरह सरकार काम कर रही है, नरेंद्र मोदी और आरएसएस काम कर रहे हैं, लोगों को लग रहा है कि उनकी संस्कृति पर, उनकी भाषा पर हमला हो रहा है। मैं उत्तर भारत के भी साथ हूं तो दक्षिण के भी साथ हूं।
‘सीपीएम के खिलाफ एक शब्द नहीं बोलूंगा’
राहुल गांधी ने कहा कि वह सीपीएम के खिलाफ एक शब्द नहीं बोलेंगे। उन्होंने कहा कि मैं जानता-समझता हूं कि सीपीएम में शामिल मेरे भाई-बहन मेरे खिलाफ बोलेंगे, मुझ पर जुबानी हमला करेंगे, लेकिन मैं पूरे प्रचार अभियान के दौरान उनके खिलाफ एक शब्द नहीं बोलने जा रहा।
इससे पहले आज सुबह करीब 11 बजे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल हेलीकॉप्टर से बहन प्रियंका गांधी के साथ वायनाड पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं ने दोनों का जोरदार स्वागत किया। सुबह करीब 11:40 बजे राहुल गांधी ने जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया।
नामांकन के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के रोड शो के दौरान कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ पड़ा। रोड शो के दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी लगातार हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया और कार्यकर्ताओं से हाथ भी मिलाया।
प्रियंका की सक्रिय राजनीति में पारी शुरू करने के बाद दोनों भाई-बहनों का एक साथ यह दूसरा रोड शो था। इससे पहले दोनों उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रोड शो कर चुके हैं।
कांग्रेस ने रविवार को घोषणा की थी कि राहुल गांधी अपनी परंपरागत सीट अमेठी के अलावा केरल में वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ेंगे। सीपीआई उम्मीदवार पीपी सुनीर और एनडीए उम्मीदवार तुषार वेल्लापल्ली से उनकी टक्कर होगी। वायनाड को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। 2009 और 2014 के लोकसभा चुनावों में भी इस सीट पर कांग्रेस ने अपना परचम लहराया था।
2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को वायनाड लोकसभा सीट पर महज 20,870 वोटों के अंतर से जीत हासिल हुई थी। कांग्रेस उम्मीदवार एमआई शानवास ने सीपीएम के सत्यन मोकेरी से 1.81 प्रतिशत ज्यादा मत हासिल किए थे। शानवास को 3,77,035 और मोकेरी को 3,56,165 वोट मिले थे। वहीं, भाजपा के पीआर रस्मिलनाथ ने 80,752 वोट हासिल किए। कांग्रेस को यहां 41.2 प्रतिशत और सीपीएम को 39.39 प्रतिशत वोट मिले थे।
2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के एमआई शानवास ने सीपीआई के प्रत्याशी एम रहमतुल्लाह को करीब 1.5 लाख वोटों से पछाड़ा था। इस दौरान शानवास को 4,10,703 और रहमतुल्लाह को 2,57,264 वोट मिले थे।