स्वास्थ्य विभाग के कोरोना वारियर्स को मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित ।
रायुपर, 22अगस्त 2020 — राज्य में कोरोना महामारी के प्रारंभ होने से पूर्व ही उसके प्रबंधन के लिये अस्पतालों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों को मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया । इस कार्य में विशेष योगदान देने हेतु स्वास्थ्य विभाग के जिला कार्यक्रम प्रबंधक मनीष एवं आर. एम. ए. दुर्गेश को मुख्यमंत्री द्वारा कोरोना वारियर्स के रूप में सम्मानित किया गया |
इनके नेत्रत्व में कोविड अस्पताल माना के साथ-साथ क्वारेंटीन सेंटरों का बेहतर संचालन एवं लाजिस्टीक प्रबंधन हुआ इसके अतिरिक्त कोविड केयर सेन्टर के निर्माण में भी इनका विशेष योगदान रहा । जिला प्रशासन, नगर निगम एवं अन्य विभाग के साथ बेहतर समन्वय करते हुए स्वास्थ्य विभाग में कोरोना वरियर्स के रूप में अपने पूर्ण दायित्व का निर्वहन किया । सीएमएचओ डॉ मीरा बघेल के द्वारा डीपीएम व आरएमए को सम्मानित करते हुए प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया ।
डीपीएम मनीष कुमार मैजरवार ने राजधानी में नवीन गुणवत्तापूर्ण राज्य की प्रथम स्कीनिंग मॉडल एवं कियोस्क यूनिट, वाहन में कियोस्क यूनिट सेम्पलिंग मॉडल के अविष्कार में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। रैलवे स्टेशन में राज्य के बाहर से आने वाले मजदूरों का स्कीनिंग व्यवस्थित ढंग से एवं बेहतर प्रबंधन कौशल के साथ संपन्न कराया है। कोरोना महामारी में नियमित एवं संविदा कर्मचारियों को प्रेरित कर बेहतर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
राजधानी में कोरोना महामारी के चुनौती के इस दौर में टीम लीडर के रुप में ग्रामीण चिकित्सा सहायक दुर्गेश कुमार द्वारा भी अच्छा कार्य किया गया। ग्रामीण सहायक चिकित्सक दुर्गेश ने मार्च से अब तक बिना अवकाश लिए टीम लीडर के रूप में कार्य संपादित कर रहे हैं। उनके उत्कृष्ट प्रबंधन से ही जिले की बड़ी आबादी में कोविड मरीजों के परिवारों एवं प्रायमरी कान्टेक्ट सदस्यों का सेम्पलिंग कार्य का लक्ष्य पूरा किया गया है ।
टीम वर्क में बेहतर तालमेल के साथ अधिकारियों एवं कर्मचारियों सहित दूरभाष कॉल से 24 घंटे अलर्ट रहें। आपात स्थितियों में त्वरित रिस्पांस करते हुए 10 सेम्पलिंग सेन्टर प्रारंभ करने में महत्वूर्ण भूमिका अदा की है। कोरोना वारियर्स दुर्गेश कुमार ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हीरापुर को मॉडल हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर को विकसित करने में भी योगदान दिया है। साथ ही कोविड-19 की लड़ाई में लैब टैक्निशियनों के साथ मेडिकल टीम को भी विषम परिस्थितियों में वर्क लोड बढ़ने पर उनकी समस्याएं दूर करते कार्य करने के लिए प्रेरित करते रहे हैं ।