कोविड-19 की जांच : फोर्टिस-ओपी जिंदल अस्पताल में ‘ट्रू-नाॅट लैबोरेटरी’ की हुई स्थापना… 2 घंटे में मिल जाएगा जांच का परिणाम ।
कलेक्टर-एसपी ने किया लैब का उद्घाटन:दो घंटे में मिल जाएगा जांच का परिणाम
रायगढ़ — कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए फोर्टिस-ओपी जिंदल अस्पताल ने जिले सहित पूरे अंचल के लिए एक बड़ी सुविधा के रूप में ’ट्रू-नाॅट लैबोरेटरी’ की स्थापना की है। इसका उद्घाटन कलेक्टर श्री भीम सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह ने किया। इस लैब से प्रतिदिन 40 लोगों की जांच की जा सकेगी।
दुनियाभर में फैली महामारी कोविड-19 से जूझने के लिए देश एकजुटता का परिचय दे रहा है। इस कठिन दौर में जरूरतमंदों तक अधिक से अधिक सहायता पहुंचाने के लिए जिंदल स्टील एंड पाॅवर लिमिटेड और इससे संबद्ध सभी संस्थान पूरी प्रतिबद्धता से जुटे हुए हैं। रायगढ़ जिले में कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए फोर्टिस-ओपी जिंदल अस्पताल ने इसकी जांच के लिए ’ट्रू-नाॅट लैबोरेटरी’ की स्थापना अस्पताल परिसर में की है। मंगलवार को इसका उद्घाटन फिजिकल डिस्टेन्सिंग का ध्यान रखते हुए आयोजित कार्यक्रम में कलेक्टर श्री भीम सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह, जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के मुख्य महाप्रबंधक श्री जेएल उइके एवं जेएसपीएल के सीओओ-छत्तीसगढ़ श्री दिनेश कुमार सरावगी द्वारा रिबन काटकर किया गया।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री भीम सिंह ने जेएसपीएल द्वारा कोविड-19 से बचाव के लिए किए जा रहे प्रयासों एवं भागीदारी की सराहना की। उन्होंने कहा कि फोर्टिस-ओपी जिंदल अस्पताल द्वारा शुरू की गई इस सुविधा से पूरे क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने जिले में कोरोना से लड़ने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है, लेकिन आगे की लड़ाई में निजी क्षेत्र के सहयोग की भी आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि जेएसपीएल द्वारा कोरोना से बचाव के लिए जरूरी प्रोटोकाॅल का अच्छी तरह पालन किया जा रहा है। यही वजह है कि क्षेत्र का सबसे बड़ा संयंत्र होने के बावजूद यहां संक्रमण नहीं फैल पाया। यह जेएसपीएल के अनुशासन से ही संभव हुआ। इससे दूसरे उद्योगों को भी सीख लेनी चाहिए कि किस तरह हम संक्रमण से बच सकते हैं। उन्होंने कहा कि आगे हमें इससे भी अधिक अनुशासन के साथ काम करना होगा।
पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह ने कहा कि फोर्टिस-ओपी जिंदल अस्पताल की पूरे क्षेत्र में अच्छी साख है। इस लैब की स्थापना भी एक नेक कदम है। यह इस समय की सबसे बड़ी जरूरत है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी मानवीय त्रासदी दुनिया ने कभी नहीं देखी। द्वितीय विश्वयुद्ध में भी ऐसा भय का वातावरण नहीं था। इस लड़ाई में सभी की सहभागिता जरूरी है। उन्होंने कहा कि जेएसपीएल ने अपने संयंत्र और कैंेपस में कोरोना से बचाव के लिए बेहतर इंतजाम किए हैं। हाल के दिनों में जिस तरह से संक्रमण की गति बढ़ी है, उसे देखते हुए हमें किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहना होगा। अभी तक जेएसपीएल प्रबंधन ने इस दिशा में शानदार काम किया है। आगे भी इसी तरह से कोरोना से बचाव के लिए सभी जरूरी उपायों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।
जेएसपीएल के सीओओ-छत्तीसगढ़ श्री दिनेश कुमार सरावगी ने कहा कि कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए चेयरमैन श्री नवीन जिंदल के मार्गदर्शन में जेएसपीएल समूह लगातार केंद्र और राज्य सरकार तथा स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर हरसंभव मदद मुहैया कराने में जुटा हुआ है। कंपनी ने खाद्य सामग्री, राशन, मास्क, सैनेटाइजर सहित जरूरी वस्तुओं का वितरण पूरे क्षेत्र में किया। स्थानीय प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे अभियान में भी कंपनी ने पूरी प्रतिबद्धता से हिस्सा लिया। रक्षाबंधन के अवसर पर आयोजित ’एक रक्षासूत्र मास्क का’ अभियान में भी कंपनी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। अभी कंपनी पूंजीपथरा स्थित ओपी जिंदल इंडस्ट्रियल पार्क में 200 बिस्तर के कोविड-19 अस्पताल के निर्माण में जिला प्रशासन का पूरा सहयोग कर रही है। श्री सरावगी ने सभी कोरोना वारियर्स के योगदान की भी सराहना की।
फोर्टिस-ओपी जिंदल अस्पताल के सीओओ डाॅ. मेजर राजेश्वर भाटी ने कहा कि ’ट्रू-नाॅट लैबोरेटरी’ में जांच के लिए नाक से सैम्पल लिया जाता है, जिसे ’नेजोफ्रेरिजीयल स्वैब’ कहते हैं। इस विधि से दो घंटे के भीतर किसी भी व्यक्ति के कोविड-19 संक्रमित होने या न होने का पता लगाया जा सकता है। इस लैब में प्राथमिकता के अनुसार कंटेनमेंट जोन के निवासियों, हाईरिस्क प्राइमरी कांटेक्ट्स, गंभीर बीमारियों से पीड़ितों का परीक्षण किया जाएगा। इस अवसर पर जेएसपीएल के वाइस प्रेसिडेंट संजीव चौहान सहित अस्पताल के डाॅक्टर्स, स्टाफ एवं जेएसपीएल के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन डाॅ. आरए शर्मा ने किया।