मुख्यमंत्री ने पाती लिखकर पंचायत एवं नगरीय निकाय के पदाधिकारियों को दी गांधी जयंती की बधाई और शुभकामनाएं ।
गांधी जी के सपनों का नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने में सहभागिता की अपील
रायपुर, 2 अक्टूबर 2020 – मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिवस पर राज्य के पंचायत एवं नगरीय निकाय के पदाधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने राज्य के पंचायत एवं नगरीय निकाय के पदाधिकारियों को प्रेषित अपनी पाती में लिखा है कि बापू का जीवन-संघर्ष और उपलब्धियां देश और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण थी। इसलिए बापू का जन्मदिन समूची मानवता के लिए महान पर्व है।
मुख्यमंत्री ने अपनी पाती में लिखा है कि दुनिया को किसी भी तरह के उपनिवेशवाद से, साम्राज्यवाद से, सम्प्रदायवाद से, हिंसा, अन्याय, दमन और शोषण से बाहर निकालना है तो बापू के रास्ते पर चलना होगा। राज्य और प्रकृति के संसाधनों की हिफाजत और उपयोग एक ट्रस्टी की तरह करना होगा। अन्याय के खिलाफ सत्याग्रह करना होगा। आज जब हम भौतिक विकास के अंधेरे पहलुओं को रौशन करने की सोचते हैं, तो एक मात्र रास्ता नजर आता है गांधीवाद का रास्ता। हमारी सरकार ने बापू के राम राज्य की अवधारणा को जीवंत किया है। नरवा-गरूवा-घुरवा-बारी, सुराजी गांव, गौठान, खेत-खलिहान, जल-जंगल-जमीन और वनोपज का सम्मान, आदिवासियों और कमजोर तबकों का मान जैसे शब्द हमारे शासन-प्रशासन के लिए बीज-मंत्र बन गए हैं। समुदाय के हाथों में असली शक्ति देकर हम ग्राम स्वराज का सपना साकार कर रहे हैं, जिसका ताजा उदाहरण है सामुदायिक वन अधिकार पट्टे देने का राष्ट्रीय कीर्तिमान।
मुख्यमंत्री ने अपनी पाती में लिखा है कि हमें एक ऐसा छत्तीसगढ़ बनाना है, जिसमें अंतिम पक्ति का अंतिम व्यक्ति भी न्याय से वंचित न हो। हमने अपनी योजनाओं के जरिए न्याय को सही मायने में छत्तीसगढ़ की ताकत बनाने की कोशिश की है। सत्ता की बागडोर संभालते ही एक उद्योग के लिए बस्तर में अधिग्रहित आदिवासियों की जमीन लौटाने, किसानों के कर्ज माफ करने जैसे कार्यों से अपना इरादा जाहिर कर दिया था कि छत्तीसगढ़, बापू के बताए राह पर चलेगा। गोधन न्याय योजना के जरिए गोबर की खरीदी कर किसानों, ग्रामीणों एवं वंचित वर्ग के लोगों को मदद पहुंचाने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने अपनी पाती में इस बात का उल्लेख किया है कि बापू ऐसा ही समाज चाहते थे। हमें हर तबके की जरूरतों का ख्याल है। हमारे पास नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने की एक स्पष्ट दृष्टि है, जिसका नाम है महात्मा गांधी, लेकिन साथियों हमारे लोकतंत्र में आपके कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी दी है- गांधी के सपनों का नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने की कोशिशों को अपने गांव-मोहल्ले और गलियों तक ले जाने की। मुख्यमंत्री ने पंचायत एवं नगरीय निकाय के पदाधिकारियों से शासकीय योजनाओं पर निगरानी रखने तथा इसका लाभ जनजन तक पहुंचाने में भागीदारी की अपील की है।