बलरामपुर गैंगरेप को छोटी-मोटी घटना बताना डहरिया की बेटियों के प्रति कलंकपूर्ण मानसिकता का परिचायक : भाजपा
डहरिया मातृ-शक्ति से नि:शर्त क्षमा मांगें, राहुल-प्रियंका मुख्यमंत्री बघेल से डहरिया को तत्काल मंत्री पद से बर्ख़ास्त करने कहें
राहुल-प्रियंका छत्तीसगढ़ के पीड़ित परिवारों से मिलकर इंसाफ़ दिलाएँ, उनके आने-जाने का खर्च वहन करने को भाजपा तैयार : साय
रायपुर — भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने प्रदेश के श्रम मंत्री शिव डहरिया के उस कथन को प्रदेश की बेटियों के प्रति कलंकपूर्ण मानसिकता का परिचायक बताया है, जिसमें मंत्री डहरिया ने सरगुजा संभाग के बलरामपुर में एक नाबालिग बच्ची के साथ हुए गैंगरेप को ‘छोटी-मोटी घटना’ बताकर हैवानियत और दरिंदगी को हल्के में लिया है। श्री साय ने कहा कि इस शर्मनाक कथन के लिए मंत्री डहरिया प्रदेश की मातृ-शक्ति से नि:शर्त क्षमायाचना करें और राहुल गांधी व प्रियंका वाड्रा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मंत्री पद से डहरिया को तत्काल बर्ख़ास्त करने कहें।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने हाथरस मामले में राहुल गांधी व प्रियंका वाड्रा के राजनीतिक ड्रामे पर कटाक्ष कर कहा कि छत्तीसगढ़ में दुष्कर्म के मामलों पर कुछ कहने के बजाय भाई-बहन मुँह बंद कर बैठे हैं! बेटी तो बेटी होती है, चाहे वह हाथरस की हो या छत्तीसगढ़ की; फिर कांग्रेस क्यों दुष्कर्म मामलों में दोहरे राजनीतिक चरित्र का प्रदर्शन कर रही है? श्री साय ने कहा कि बार-बार हाथरस जाकर सियासी नौटंकी रचने पर आमादा राहुल-प्रियंका के एजेंडे में छत्तीसगढ़ के पीड़ित-परिवारों से मिलना क्या इसीलिए शामिल नहीं है, क्योंकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है। छत्तीसगढ़ के ही जशपुर ज़िले के बगीचा थाना क्षेत्र में एक 63 वर्षीया वृद्ध महिला के साथ हुए सामूहिक अनाचार के मामले का जिक्र कर श्री साय ने कहा कि प्रदेश सरकार के नाकारापन के चलते राज्य में नाबालिग बेटियों से लेकर वृद्ध महिलाओं तक की अस्मत और जान साँसत में है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने राहुल-प्रियंका को छत्तीसगढ़ आकर पीड़ित परिवारों से मिलने और इंसाफ़ दिलाने की पहल करने को कहा है और यह प्रस्ताव रखा है कि उनके आने-जाने का खर्च वहन करने को भाजपा तैयार है। श्री साय ने कहा कि बेटियों के साथ हो रही हैवानियत को भी कांग्रेस राजनीतिक नज़रिए से भुनाकर अपने मानसिक दीवालिएपन का परिचय देकर प्रदेश को शर्मसार करने में लगी है। छत्तीसगढ़ में पिछले एक सप्ताह में घटीं दुष्कर्म की घटनाओं पर संजीदा होने के बजाय मंत्री डहरिया ने अपनी संवेदनहीनता का प्रदर्शन किया है। समूचा प्रदेश महिलाओं की अस्मत और जान से हो रहे घिनौने खिलवाड़ से क्षुब्ध है और प्रदेश सरकार और कांग्रेस के लोग राजनीतिक पाखंड रचते हुए ज़रा भी शर्म महसूस नहीं कर रहे हैं।