नमो पर गिरी चुनाव आयोग की गाज,प्रथम चरण के चुनाव से पहले लगे भाजपा को कई झटके
नई दिल्ली — लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में अब 24 घंटे से भी कम का वक़्त बचा है। लेकिन इससे पहले मोदी सरकार को कई झटके लगे हैं। भारतीय जनता पार्टी को चुनाव आयोग ने कई झटके दिए हैं, तो वहीं मोदी सरकार को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है। पहले चुनाव आयोग ने NaMo TV, दूरदर्शन पर मैं भी चौकीदार और छापेमारी पर लेकर सख्ती दिखाई और कुछ ही देर में सुप्रीम कोर्ट से राफेल मुद्दे पर सरकार को झटका लगा।1. राफेल पर केंद्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट से झटका
राफेल विमान सौदे में कथित घोटाले को लेकर कांग्रेस पहले ही केंद्र सरकार को घेर रही थी। मामला अदालत तक पहुंचा तो सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में सरकार को राहत दी थी, लेकिन इस पर पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई। ये याचिका एक अखबार में छपे कुछ दस्तावेजों के आधार पर दाखिल की गई थी, जिसे अब अदालत ने स्वीकार कर लिया है। यानी राफेल पर एक बार फिर पूरी तरह से कार्रवाई हुई थी। पिछली सुनवाई में केंद्र सरकार पर कम दस्तावेज देने का आरोप लगा था।
2. पीएम मोदी की बायोपिक पर चुनाव आयोग ने लगाई रोक
पीएम मोदी पर बनी फिल्म पर चुनाव आयोग ने रोक लगा दी है। ये फिल्म प्रथम चरण के चुनाव के दिन यानि 11 अप्रैल को रिलीज होनी थी। चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद ये फिल्म कल रिलीज नहीं हो पाएगी। इससे पहले मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म की रिलीज का रास्ता साफ कर दिया था।चुनाव आयोग ने कहा कि है कि जब तक लोकसभा चुनाव खत्म नहीं हो जाते, तब तक इस फिल्म पर रोक लगी रहेगी।
3. ‘छापेमारी से पहले हमसे इजाजत लें’
कांग्रेस नेताओं के करीबियों पर आयकर विभाग की छापेमारी चुनावी मुद्दा बन गई है। वहीं चुनाव आयोग ने जांच एजेंसियों से कहा है कि वह इस तरह की छापेमारी से पहले हमसे इजाजत लें। मध्य प्रदेश में हुई छापेमारी की जानकारी भी EC को नहीं थी। बता दें कि विपक्ष आरोप लगा रहा है कि सरकार राजनीतिक फायदे के लिए इस तरह एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है।
4. NaMo TV पर चुनाव आयोग सख्त
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर बने NaMo TV पर चुनाव आयोग ने सख्ती दिखाई है। आयोग ने इसे एक राजनीतिक विज्ञापन माना है और भारतीय जनता पार्टी से इस पर होने वाले खर्च की जानकारी देनी की बात कही है। इतना ही नहीं इस चैनल पर चलने वाले सभी विज्ञापनों को पहले चुनाव आयोग की कमेटी को दिखाना होगा। NaMo TV पर विपक्ष भारतीय जनता पार्टी को पहले ही घेरता आ रहा है, क्योंकि इसके प्रसारण के लिए किसी की इजाजत नहीं ली गई थी।