सफलता की कहानी : बंजर भूमि में गेंदा फूल की खेती ने समूह की बढायी आमदनी ।
उद्यानिकी विभाग से डीएमफ के तहत गेंदा प्रदर्शनी में मिले पौधों से मिलने लगी उपज
पहली तुड़ाई में 40 रुपए प्रति किलो की दर से हुई 20 हजार फूलों की बिक्री
रायपुर, 4 नवंबर 2020 – छत्तीसगढ शासन की विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओ के अंतर्गत महिलाओं को मदद पहुंचाई जा रही है महिलाएं शासन की योजनाओं से जुड़कर लाभान्वित हो रही हैं। धमतरी जिले के गांव सोरम की 13 सदस्यीय महिला समूह को जिले के उद्यानिकी विभाग के द्वारा डीएमएफ अन्तर्गत गेंदा प्रदर्शनी में 1850 पौधे दिए गए। एनजीजीबी के सामूहिक बाड़ी योजना के तहत समूह ने डेढ़ एकड़ के रकबे में सब्जी भाजी लगाने के साथ ही दो माह पहले यहां गेंदा फूल की खेती शुरू की। नतीजन आज गेंदा फूल की पहली खेप की तुड़ाई की गई जिसमें 20 किलो फूल हुए। इसे स्थानीय बाजार में ही अच्छा प्रतिसाद मिला और देखते ही देखते 40 रुपए प्रति किलो की दर से सारे फूल बिक गए। बंजर भूमि में जहां मनरेगा और उद्यानिकी विभाग के अभिसरण से मिश्रित पौधे लगाए गए, वहीं ज्योति महिला समूह को यहां सामूहिक बाड़ी योजना के तहत सब्जी-भाजी लगाने सहयोग किया गया। पिछले 4 माह में समूह ने सब्जी भाजी बेचकर 20 हजार रुपए कमाए अब वही गेंदा फूल की खेती भी उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं। आनेवाले त्योहारों के अवसर पर उनके गेंदा फूल को अच्छा दाम मिलेगा समूह की महिलाएं इस उम्मीद के साथ और अधिक मेहनत करने तैयार हैं।