राज्य को कृषि बीज उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर बनाएं – कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे

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छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम के संचालक मंडल की बैठक सम्पन्न

 

रायपुर, 09 नवम्बर 2020 — कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने आज यहां बीज भवन में आयोजित छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम के संचालक मंडल की 50वीं बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि बीज उत्पादन के मामले में छत्तीसगढ़ राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सभी आवश्यक उपाय सुनिश्चित किए जाने चाहिए। उन्होंने कृषि विभाग एवं बीज निगम के अधिकारियों को राज्य के किसानों को समय पर कृषि आदान सामग्री एवं कृषि यंत्र की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कार्ययोजना बनाकर उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि एवं उद्यानिकी विभाग की योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ हर हाल में किसानों को मिले, यह सरकार की मंशा है। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। राज्य में कृषि बीज निर्बाध उपार्जन के लिए उन्होंने आवश्यकतानुसार बीज निगम की कैश क्रेडिट लिमिट में भी वृद्धि किए जाने की सहमति दी।
मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने राज्य के जिलों में स्थित बीज निगम के प्रक्रिया केन्द्रों के काम-काज पर निगरानी एवं समन्वय के लिए संबंधित जिलों के उपसंचालक कृषि को जिम्मेदारी देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कृषि मौसम के अनुसार प्रत्येक फसलों के बीज का आंकलन एवं उसकी डिमांड तैयार करने की जिम्मेदारी कृषि विभाग की है। इसमें किसी भी तरह का विलंब नहीं होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को समय से पूर्व समितियों में खाद बीज के भण्डारण की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कृषि मंत्री ने किसानों को समितियों अथवा निजी विक्रेताओं द्वारा प्रदाय किए जाने वाले खाद, बीज एवं कृषि यंत्रों की गुणवत्ता पर कड़ी निगरानी रखने की हिदायत अधिकारियों को दी। कीटनाशक दवाओं की गुणवत्ता को लेकर मिल रही शिकायतों पर भी अधिकारियों को कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। मंत्री श्री चौबे ने बैठक में स्पष्ट रूप से कहा कि किसी भी दुकान अथवा सप्लायर के यहां क्वालिटी एवं रेट के बारे में किसी भी तरह की गड़बड़ी पाई जाए तो संबंधित फर्म को सील करने के साथ ही उसके संचालक पर नियमानुसार कार्यवाही की जाए। कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य में किसानों के हितों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
संचालक मंडल की बैठक में 49वीं बैठक की कार्यवाही का अनुमोदन करने के साथ ही कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र मर्रा को सीएसआर मद से 71.20 लाख रूपए की राशि लैब इक्यूप्मेंट, कृषि मशीनों के संचानल एवं रख-रखाव, प्रशिक्षण तथा मशरूम उत्पादन पर कृषकों को ट्रेनिंग दिए जाने के उद्देश्य से प्रदाय किए जाने का अनुमोदन किया गया है। बैठक में संचालक मंडल ने छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम के एग्रो प्रकोष्ठ की कार्य प्रणाली में बदलाव, बीज निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए प्रोत्साहन राशि देने का भी निर्णय लिया। बैठक में खरीफ सीजन 2020 में बीजों के भण्डारण एवं वितरण तथा रबी 2020-21 में विभिन्न फसलों के बीज के भण्डारण एवं वितरण की स्थित पर भी विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में विवेकानंद विद्यापीठ से प्राप्त प्रस्ताव का अनुमोदन करने के साथ ही प्रस्ताव अनुसार राशि दिए जाने का निर्णय लिया गया है।

बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम गीता, सचिव कृषि श्री अमृत कुमार खलको, संचालक उद्यानिकी श्री माथेश्वरन वी, प्रबंध संचालक बीज निगम श्री अनिल कुमार साहू, अपर सचिव वित्त श्री सतीश पाण्डे, प्रबंध संचालक बीज प्रामाणीकरण संस्था श्री ए.बी.आसना, संचालक अनुसंधान सेवाएं इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय डॉ. रमाकांत बाजपेयी सहित अन्य सदस्य एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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