मरकाम के बयान पर पलटवार कर नेता प्रतिपक्ष ने कहा- कांग्रेस और प्रदेश सरकार के पास संवेदना के नाम पर कुछ नहीं बचा है ।
भाजपा ने पूछा : केन्द्री में पीड़ित परिवार का दु:ख जानने भाजपा का प्रतिनिधिमंडल जाता है तो कांग्रेस अध्यक्ष को क्यों पीड़ा हो रही?
कांग्रेस मौत पर कर रही राजनीति, पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक मदद के साथ ही न्याय दिलाने की दिशा में ठोस पहल की जाए : कौशिक
रायपुर — भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बातें कहने का अधिकार है लेकिन तथ्य अलोकतांत्रिक नहीं होने चाहिए। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और ज़िम्मेदार जनप्रतिनिधि के नाते मरकाम को कोई बात भी बोलने से पहले मन में मंथन जरूर करना चाहिए। श्री कौशिक ने सवाल किया कि एक परिवार के लोगों की प्रतिकूल परिस्थितियों संदिग्ध मौत हो जाती है और उस पर प्रतिपक्ष कुछ बोले तो वह कार्य घृणित कैसे हो सकता है?
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि सत्तापक्ष को आईना दिखाने का काम ही प्रतिपक्ष का दायित्व है। ऐसे में केन्द्री में पीड़ित परिवार का दु:ख जानने भाजपा का प्रतिनिधिमंडल जाता है तो उन्हें किस बात की पीड़ा होती है? यदि उनको पीड़ा होती, तो वे पीड़ित परिवार का हाल-चाल जानने ज़रूर जाते। लेकिन इसकी ज़रूरत न समझकर वे केवल सियासी बयानबाजी में व्यस्त हैं। श्री कौशिक ने कहा कि पीड़ित परिवार से मिलने का समय भी सरकार के पास नहीं है। इस सरकार के पास संवेदना के नाम पर कुछ भी नहीं बचा है। और, जब प्रतिपक्ष के दबाव के चलते प्रदेश सरकार को जवाब देना होता है तो कांग्रेस के नेता इस तरह की अतार्किक बातें कहकर भ्रम फैलाने का काम करते हैं। श्री कौशिक ने कहा कि क्या किसी के दु:ख के पल में शामिल होना घृणित कार्य है, कांग्रेस को यह स्पष्ट करना चाहिये। इस तरह किसी एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत पर तो कांग्रेस ही राजनीति कर रही है, साथ ही अपनी ज़िम्मेदारी से भागकर बचना चाहती है। श्री कौशिक ने मांग की है कि पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक मदद के साथ ही न्याय दिलाने की दिशा में ठोस पहल की जाए।