सवा दो साल में कांग्रेस सरकार नक्सल उन्मूलन में विफल : अनुराग सिंहदेव
रायपुर — भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने प्रदेश सरकार को नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में विफल बताते हुए नीति व नीयत विहीन होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सवा दो वर्षों में नक्सलियों के खिलाफ अपनी ठोस नीति स्पष्ट नहीं कर पाई हैं इसी का नतीजा हैं की नक्सलियों ने बीते दिन सुकमा और बीजापुर में कई घटनाओं को अंजाम दिया, अपहरण कर जवान की हत्या कर दी यह बहुत दुःखद हैं। सुकमा में आगजनी कर मजदूरों को पीटा और उत्पात मचाया। उन्होंने कहा कि बीते सवा दो वर्षों में लगातार नक्सल घटनाएं बढ़ी हैं। नक्सली बेखौफ होकर सरकार को धता बताते हुए ग्रामीणों को प्रताड़ित कर रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता अनुराग सिंह देव ने कहा कि नक्सल उन्मूलन को लेकर सरकार जरा भी गंभीर नजर नहीं आती जिसके चलते नक्सली गांव-गांव तक जा कर बेखौफ होकर पंचायत लगाकर ग्रामीणों को प्रताड़ित कर रहे हैं। उन्हें अराजक गतिविधि करने के लिए मजबूर कर रहे हैं। नक्सली पंचायत लगाकर निर्दोष आदिवासियों की हत्या तक कर रहे हैं लगातार खबरें निकल कर आ रही हैं कि नक्सलियों ने पंचायत लगा कर ग्रामीणों की हत्या की और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से नक्सलियों के खिलाफ नीति स्पष्ट करने की मांग करते हुए कहा कि सरकार नीति स्पष्ट करे क्योंकि सरकार में बैठे जिम्मेदार कभी कहते रहे हैं की बातचीत से रास्ता निकलेगा, कभी गोली का जवाब गोली से देने की बात की जाती है पर अब तक सरकार की तरफ से कोई ठोस पहल निकल कर सामने नही आयी।
भाजपा प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस के नेता जब विपक्ष में थे नक्सल घटना को लेकर राजनीति किया करते थे आज प्रदेश में कांग्रेस की सरकार हैं झीरम घाटी की हृदयविदारक घटना पर राजनीति करने वाले कांग्रेस के नेता मौन हैं और झीरम के सबूत जेब में होने का दावा करने वाले तत्कालीन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज सवा दो वर्षों में जेब से सबूत नहीं निकल पाए दुर्दांत नक्सलियों को सजा नहीं दिला पाए तो आगे छत्तीसगढ़ में नक्सल खात्मे के लिए नीति को ले कर प्रदेश सरकार को उदासीनता को सहज ही समझा जा सकता हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राज बब्बर छत्तीसगढ़ आकर नक्सलियों को भटके हुए क्रांतिकारी बताते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मध्यप्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जिनके कैबिनेट का स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सदस्य रहे है नक्सलियों से चुनाव में मदद मांग चुके हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा दिए गए ऐसे बयानों के बाद प्रदेश में नक्सल उन्मूलन को लेकर नीति स्पष्ट न होना कई सवालों को जन्म देता है।