चिटफंड कम्पनियों में रमन सिंह की भागीदारी के प्रमाण प्रस्तुत करने के धरमलाल कौशिक के बयान पर भूपेश बघेल की प्रतिक्रिया
रायपुर — धरमलाल कौशिक इन प्रश्नों के जवाब देवें –
1 विगत 10 वर्षो में राज्य में रमन सिंह के निर्देश पर कलेक्टरों द्वारा आयोजित शासकीय रोजगार मेलों में चिटफंड कंपनियों को आमंत्रित कर रमन सिंह, धरमलाल कौशिक, अभिषेक सिंह एवं भाजपा के अन्य पदाधिकारियों द्वारा भोले-भाले ग्रामीण युवकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये थे अथवा नहीं?
2 इन भोले-भाले युवकों द्वारा राज्य के लाखों परिवारों के हजारों करोड़ रूपयें एकत्रित कर चिटफंड कंपनियों के खातों में जमा किये गये थे अथवा नहीं?
3 सभी चिटफंड कंपनियां लाखों गरीब परिवारों की गाढ़े पसीने की कमाई लूटकर चिटफंड कंपनियां एक-एक करके रमन सिंह की छत्रछाया में फरार हुई की नहीं?
4 लूटे-पिटे हजारों निर्दोष एजेंट आपराधिक प्रकरणों का सामना कर रहे हैं अथवा नहीं?
5 चिटफंड कंपनियों को रमन सिंह के संरक्षण के कारण ही वर्षो से ठगा रहे लाखों परिवारों को उनकी डूबी रकम में से एक रूपये भी वापस प्राप्त नहीं हो सकी यह सत्य हैं की नहीं?
6 यदि छत्तीसगढ़ के लाखों परिवारों के साथ हुए इस घोर अन्याय के दोषी रमन सिंह, अभिषेक सिंह, और धरमलाल कौशिक नहीं हैं, छत्तीसगढ़ियों के साथ हुए इतने बड़े अन्याय हेतु कौन जिम्मेदार है?
यह निश्चित है कि धरमलाल कौशिक उपरोक्त में से किसी भी प्रश्न का जवाब नहीं दे सकते। मैं उनसे अनुरोध करूंगा कि रमन सिंह की कठपुतली/माउथपीस बनना छोड़कर गरीब छत्तीसगढ़ियों के साथ हुए अन्याय के पीड़ितों को न्याय दिलाने हेतु कार्य करें।