डींगें हाँकती प्रदेश सरकार न तो धान की सुरक्षा के प्रति गंभीर है और न ही भ्रष्टाचार और घोटालों पर अंकुश लगा पा रही : भाजपा
किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ने धान का समय पर उठाव नहीं होने और सरगुजा के सूरजपुर ज़िले में लाखों रुपए के धान घोटाले को लेकर प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा
जायसवाल ने आशंका जताई- कहीं सत्तावादी संरक्षण में धान उठाव नहीं करके उसे ग़ायब करने और पानी में सड़ा बताकर किसी बड़े घोटाले को अंजाम देने की साजिशें तो नहीं बुनी जा रहीं?
रायपुर — भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्यामबिहारी जायसवाल ने प्रदेशभर में धान का समय पर उठाव नहीं होने और सरगुजा संभाग के सूरजपुर ज़िले में लाखों रुपए के धान घोटाले को लेकर प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा है। श्री जायसवाल ने कहा कि बड़ी-बड़ी डींगें हाँकने वाली प्रदेश सरकार न तो समयबद्ध काम करके राष्ट्रीय संपदा अन्न की सुरक्षा व सम्मान के प्रति गंभीर है और न ही भ्रष्टाचार और घोटालों पर अंकुश लगा पा रही है।
भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री जायसवाल ने कहा कि धान ख़रीदी को महीनों बीत जाने के बाद भी और बार-बार ध्यान आकृष्ट कराने के बावज़ूद प्रदेश सरकार ने सहकारी समितियों से धान के उठाव में लापरवाही का परिचय दिया है, जबकि ख़रीदे गए धान का उठाव समितियों से 72 घंटे में करने का प्रावधान है। प्रदेशभर के प्राय: सभी ज़िलों में धान का पूरा उठाव नहीं होने की जानकारी प्रकाश में आ रही है। बिलासपुर, मुंगेली और राजनांदगाँव ज़िलों में ही करोड़ों रुपए मूल्य का धान खुले आसमान के नीचे सहकारी समितियों के प्रांगण में पड़ा है लेकिन प्रदेश सरकार को उसके उठाव की कोई सुध तक नहीं है। श्री जायसवाल ने कहा कि पिछले महीनों हुई बेमौसम बारिश में धान की हुई बर्बादी के बावज़ूद प्रदेश सरकार ने तत्परता नहीं दिखाई और अब जबकि मॉनसून ने दस्तक देनी शुरू कर दी है, करोड़ों रुपए का धान खुले में पड़ा भीगकर सड़ जाएगा। पिछले वर्ष भी प्रदेश सरकार ने ऐसी ही लापरवाही का प्रदर्शन करके बाद में कोरोना और लॉकडाउन की आड़ लेकर अपना निकम्मापन ढँकने का शर्मनाक प्रयास किया था। श्री जायसवाल ने तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि क्रिकेट मैच और मेला-महोत्सवों के साथ ही तमाम सियासी नौटंकियाँ करने के लिए न तो कोरोना काल सरकार के आड़े आता है, न पैसों का कमी होती है और न ही समय की कोई समस्या होती है, लेकिन राष्ट्रीय संपदा की सुरक्षा और अन्न के सम्मान के मामले में राज्य सरकार के हाथ-पैर फूलने जाते हैं और वह बहानेबाजी करने पर उतर जाती है।
भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री जायसवाल ने सरगुजा संभाग के सूरजपुर ज़िले की जयनगर आदिम जाति सेवा सहकारी समिति में 80 लाख रुपए मूल्य के धान घोटाले के खुलासे को बेहद गंभीर मामला बताते हुए कहा कि यदि प्रदेश सरकार समय पर धान के उठाव की प्रक्रिया निपटा लेती तो यह घोटाला रोका जा सकता था। लेकिन कमीशन-प्रेमी प्रदेश सरकार को इसकी फ़िक्र ही कहाँ है? श्री जायसवाल ने आशंका जताई है कि कहीं सत्तावादी संरक्षण में धान उठाव नहीं करके उसे ग़ायब करने और पानी में सड़ा बताकर किसी बड़े घोटाले को अंजाम देने की साजिशें तो नहीं बुनी जा रही हैं? अन्यथा, 7459 बोरियों में भरा 3,114.83 क्विंटल धान कहाँ और कैसे ग़ायब हो गया? श्री जायसवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार का अपनी प्रशासनिक मशीनरी पर कोई नियंत्रण ही नहीं रह गया है और सरकार चलाने पर आमादा नौकरशाही नित-नए घोटालों को अंजाम देने में लगी हुई है। प्रदेश सरकार के लिए इससे अधिक शर्मनाक स्थिति और कुछ नहीं हो सकती।