नक्सली नहीं चाहते किसी आदिवासी को शासकीय पट्टा मिले – भूपेश बघेल
टूलकिट मामले में कहा ‘साँच को आँच नहीं’, जाँच के बाद जल्द होगी कार्यवाही
तानाशाही पूर्ण रवैये का पराभव निश्चित, जनता जवाब देगी
राहुल गांधी में नैतिक साहस और बल, अगला चुनाव उनके नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा
सोशल मीडिया ऐप्प क्लब हाउस में सैकड़ों लोगों से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने किया संवाद
नई दिल्ली,17 जून 2021- सोशल मीडिया ऐप्प क्लब हाउस में सैकड़ों लोगों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के साथ संवाद किया। इस दौरान देश के प्रतिष्ठित मीडिया व वरिष्ठ पत्रकारों के सवालों का मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बेबाकी के साथ जवाब दिया। चर्चा के दौरान माओवाद की समस्या, छत्तीसगढ़ में विकास, देश के राजनीतिक परिदृश्य आदि विषयों पर पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया।
प्रदेश में नक्सली समस्या पर श्री बघेल ने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में लड़ाई जल, जंगल, जमीन की है। छत्तीसगढ़ सरकार आदिवासियों को जमीन देना चाह रही है, लेकिन नक्सली नहीं चाहते कि किसी आदिवासी को शासकीय पट्टा मिले। समस्याओं को लेकर आदिवासियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से बात की जा रही है।
राज्य के विकास के सवाल पर श्री बघेल ने जवाब देते हुए कहा
हमने सबसे पहले राज्य की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की नीति बनाई। सरकार बनने के बाद किसानों का 9 हजार करोड़ की ऋण माफ किया है। छत्तीसगढ़ सरकार देश की एक मात्र सरकार है जो 2500 रुपये क्विंटल धान की खरीदी किसानों से करती है। केंद्र के अड़ंगे के बावजूद हमने किसानों को उनका हक दिया। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से 10 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से किसानों को अनुदान दिया गया। प्रदेश में 52 प्रकार के वनोपज खरीदे जा रहे हैं। किसान गोधन न्याय योजना के द्वारा 47 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की है। मनरेगा के माध्यम से देश भर में सबसे ज्यादा रोजगार दिया गया है। हमने हर वर्ग के लोगों के आय में वृध्दि की है।
कोरोना काल में जब सभी जगह काम ठप था, तब भी हमने अब तक 9 वर्चुअल कार्यक्रमों के माध्यम से 18 जिलों में 5 हजार 220 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों की सौगात दिया है।
टूलकिट मामले पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल बोले “ साँच को आँच नहीं “ जाँच के बाद जल्द होगी कार्यवाही
टूलकिट मामले पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जिन पर केस हुआ वे कोई जवाब नहीं दे पा रहे। जवाब देंगे तो वो फँसेंगे। इसलिए उन्होंने अपने बचाव में न्यायालय का रास्ता निकाल लिया है। और टेक्निकल ग्राउंड पर स्टे ले लिया है। लेकिन साँच को आँच नहीं। जल्द ही ऐसे लोगों की जाँच होगी और जाँच के बाद जो भी तथ्य निकलकर सामने आएगा उस पर कार्रवाई होगी।
तानाशाहीपूर्ण रवैये का जवाब जनता ही ढूंढ़ेगी और जनता ही जवाब देंगी-
भाजपा के नेताओं के पहले उदारवादी चेहरे के रूप में सामने थे लेकिन अब स्थिति तानाशाही जैसी है। तानाशाही के विरोध में आज के दौर में है यदि कोई आवाज़ उठाता है तो उसके ख़िलाफ़ देश की बड़ी-बड़ी जाँच एजेंसियां जाँच करना प्रारंभ कर देती है। श्री बघेल ने कहा जनता बहुत समझदार है। देश में जो तानाशाही रवैया चल रहा है उसका जवाब जनता जल्द देगी।2024 में इसका रिज़ल्ट आपको मिलेगा। तानाशाही का पराभव निश्चित ही होगा।
राहुल गांधी में सबसे बड़ी बात नैतिक साहस और नैतिक बल है-
मुख्यमंत्री ने कहा कि नैतिक साहस के कारण ही राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव के बाद अपनी जिम्मेदारी स्वीकारी और इस्तीफ़ा दिया। वे राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में जितने सक्रिय थे आज वे किसी पद में न रहते हुए भी उससे ज़्यादा सक्रिय है। कांग्रेस के लाखों परिवार और कार्यकर्ताओं का विश्वास गांधी नेहरू परिवार पर है। अगला लोकसभा चुनाव 2024 में राहुल गांधी के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।