विपक्ष के दबाव में प्रदेश सरकार ने वापस लिया फैसला : कौशिक
विपक्ष के विधायकों ने की थी विधायक विकास निधि लौटाने की मांग
रायपुर — नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कोरोनाकाल में टीकाकरण के नाम पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा लिए गए विधायक विकास निधि की राशि वापस लौटाने की मांग की थी। केन्द्र सरकार द्वारा टीकाकरण निःशुल्क किए जाने के निर्णय के बाद की मांग भी विधायकों की ओर से उठने लगी थी। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अंततः विपक्ष के दबाव में यह फैसला लिया है कि विधायक विकास निधि अब विधायकों को क्षेत्र विकास के लिए लौटा दी जाएगी। जिसकी मांग वे प्रदेश सरकार से कर चुके है। उन्होंने कहा कि इस कोरोना काल में क्षेत्रीय स्तर पर विधायक विकास निधि से आवश्यक संसाधन जुटाए गए है जिसकी मांग लंबे समय से क्षेत्रवासी करते रहे है। उन्होंने कहा कि कोरोना की लड़ाई में सबकी सहभागिता जरूरी है। इस दिशा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश ही नहीं वैश्विक स्तर पर अनुकरणीय कार्य कर रहे हैं। उनकी संवेदनशील फैसले की वजह से ही 18 वर्ष आयु से ऊपर के लोगों को कोरोना के टीके निःशुल्क लग पाएंगे। जिसके लिए प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने विधायक विकास निधि के माध्यम से विधायकों से यह राशि ले लिया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के इस फैसले के बाद इस राशि की आवश्यकता टीकाकरण को लेकर नहीं है जिसके बाद से यह मांग उठने लगी थी कि राशि विधायकों को लौटाना न्याय संगत होगा। जिसके लिए विपक्ष लगातार प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर दबाव बना रही थी कि यह राशि विधायकों को लौटा दी जाए। जिसके बाद से प्रदेश सरकार ने यह राशि लौटाने का फैसला लिया है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि यह राशि शत-प्रतिशत लौटाई जाए यह बात भी प्रदेश सरकार द्वारा सुनिश्चित की जानी चाहिए।