अमर्यादित बयानबाजी करने के पहले शिवरतन अपने गरेबां में झांके – कांग्रेस
शिवरतन शर्मा राजनैतिक भाषा की मर्यादा और शुचिता को भूले – कांग्रेस
रायपुर — भाजपा प्रवक्ता शिवरतन शर्मा के बयान की भाषा और शब्दावली का कांग्रेस ने कड़ा विरोध किया है। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि विधानसभा चुनावों में बुरी तरह पराजय के बाद लोकसभा चुनावों में भी जनता के द्वारा नकारे जाने से भारतीय जनता पार्टी मानसिक अवसाद के दौर से गुजर रही है। इसी मानसिक अवसाद में भाजपा के शिवरतन शर्मा जैसे नेता राजनैतिक भाषा की मर्यादा और शुचिता को भी भूल गये है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ अमर्यादित बयानबाजी करने के पहले भाजपा प्रवक्ता शिवरतन शर्मा अपने गिरेबान में झांके। भाजपा के राज में बड़े-बड़े घोटाले हुये है। राज्य की गरीब जनता न अभी तक भाठापारा के परिवहन घोटाले को भूली है और न गरियाबंद में धान की अफरा-तफरी को। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कार्यप्रणाली से धान परिवहन के घोटालेबाजों को पीड़ा होना स्वाभाविक भी है। छत्तीसगढ़ में सरकारी धान संग्रहण केन्द्रों से धान की अफरा-तफरी कर कालाबाजारी करने वालों की शामत आ गयी है। धान परिवहन के घोटालेबाजों की रात की नींद हराम हो गयी है। उन्हें सपने में अपने घोटालों के खुलने का डर सता रहा है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि अपने ही मंत्री और नेताओं की अश्लील सीडी बनवाकर ब्लेकमेलिंग की राजनीति करना तो भाजपा का चरित्र है। भाजपा का नेता सीडियां बनवाता था, तत्कालीन मुख्यमंत्री के निवास में पदस्थ अधिकारी और जब पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के प्रभार वाले जनसंपर्क विभाग से सीडियां वितरित की जाती थी और जब सारा षड़यंत्र उजागर हो गया तो भाजपा नेता दूसरे पार्टी के नेताओं पर उंगलियां उठाने का दुस्साहस कर रहे है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव में भी सीडी को मुद्दा बनाने का प्रयास किया था, जिसे जनता ने नकार दिया। भाजपा नेताओं के इसी चरित्र का परिणाम है कि 15 साल सत्ता में रही भाजपा 15 सीटों में सिमट गयी। छत्तीसगढ़ में अश्लील सीडियां बनाकर नेताओं और पत्रकारों को ब्लेकमेल कर दबाने के युग का अंत हो चुका है। अब छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बन चुकी है और कांग्रेस मूल्यों और सिद्धांतों की राजनीति करती है। अब कमीशनखोरी घोटालेबाजी तथा कालाबाजारी के कारनामों के युग की समाप्ति हो गयी है। 15 साल में छत्तीसगढ़ के संपदा और संसाधनों को लूटने वालों के संगठित गिरोह को जनता ने तिरस्कृत कर दिया है। अब छत्तीसगढ़ के संपदा को लूटने वालों को उनके गुनाहों की सजा देने के नये दौर की शुरूआत हो गयी है। अब कांग्रेस सरकार में विकास का सूचकांक कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार नहीं, राज्य की 2.75 करोड़ जनता के खुशहाली और तरक्की है। इससे भ्रष्टाचारियों का तिलमिलाना बौखलाना और पीड़ा होना स्वाभाविक है।