पंडवानी गायिका पद्मविभूषण तीजन को हाइटेक ने दिया अत्याधुनिक श्रवणयंत्र ।
भिलाई — हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल ने पंडवानी गायिका पद्मविभूषण तीजन बाई को अत्याधुनिक श्रवण यंत्र प्रदान किया है। इससे अप्रैल 2022 में संभावित उनकी अमेरिका यात्रा कुछ आसान हो जाएगी। अस्पताल प्रबंधन को जैसे ही श्रवण संबंधी उनकी समस्या की जानकारी मिली, एक टीम को उनके पास भेजा गया। एनएटी विशेषज्ञ, हीयरिंग एड विशेषज्ञ एवं प्रबंधन की इस टीम ने डॉ तीजन की उनके गनियारी गांव स्थित निवास में ही जांच की तथा श्रवणयंत्र प्रदान किया।
दरअसल कुछ समय पूर्व भारतीय सांस्कृतिक निधि (इंटैक) की एक टीम प्रख्यात पंडवानी गायिका के निवास पर गई थी। उन्हें बच्चों के एक कार्यक्रम को संबोधित करना था। वहां बातचीत में काफी अड़चन आ रही थी। वयोवृद्ध लोकगायिका सवालों को ठीक से सुन नहीं पा रही थीं। इस टीम में शामिल हाइटेक परिवार के सदस्य दीपक रंजन दास ने इसकी चर्चा हाइटेक प्रबंधन से की। प्रबंध संचालक मनोज अग्रवाल सहर्ष उन्हें निःशुल्क घर पहुंच स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए तैयार हो गए। संचालक संजय अग्रवाल के नेतृत्व में ईएनटी विशेषज्ञ डॉ अपूर्व वर्मा, हीयरिंग एड विशेषज्ञ श्री अली, महाप्रबंधक श्रीकांत उपाध्याय एवं दीपक दास गनियारी पहुंचे।
डॉ तीजन हमेशा की तरह अपने घर के बैठक कक्ष में ही बैठी थीं। टीम को देखकर तथा उनका प्रयोजन सुनकर पहले तो वे चकित हुईं और फिर तत्काल उनका चेहरा चिरपरिचित अंदाज में खिल उठा। 13 वर्ष की उम्र से प्रस्तुति दे रही पंडवानी गायिका आज लगभग 75 वर्ष की हैं। डॉ अपूर्व वर्मा ने उनकी ऑडियोमेट्रिक जांच की तो पाया कि उनका दाहिना कान पूरी तरह से खराब हो चुका है। बायें कान में मशीन की मदद से थोड़ी सुनाई पड़ती थी। बता दें कि डॉ अपूर्व पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा ताई पाटिल की मेडिकल टीम का भी हिस्सा रहे हैं।
जिस मशीन का उपयोग डॉ तीजन बाई कर रही थीं वह एनालॉग मशीन थी जिसे हाई फ्रीक्वेंसी पर सेट किया हुआ था। इसके कारण कान धीरे धीरे खराब हो रहा था। हाइटेक प्रबंधन ने उन्हें उच्च क्षमता वाली वाइडेक्स डिजिटल हीयरिंग एड निःशुल्क प्रदान किया। इसकी फ्रीक्वेंसी कम्प्यूटर की मदद से सेट कर दी गई। यह मशीन एक रेंज के हिसाब से सेट होती है और आवाज ज्यादा तेज होने पर स्वयं ही उसे बैलेंस कर लेती है। इससे मंचीय प्रस्तुतियां देना भी आसान हो जाएगा।
कोविड लॉकडाउन के कारण मार्च 2020 से डॉ तीजन अपने घर से बाहर नहीं निकली हैं। अब जाकर उन्हें अमेरिका से एक कार्यक्रम के लिए बुलाया गया है। इससे पहले उन्हें भोपाल जाना है। नई मशीन पाकर वे बहुत खुश हैं। डॉ तीजन ने कहा कि नयी मशीन लगने के बाद उन्हें काफी अच्छे से सुनाई पड़ रहा है। उन्होंने हाइटेक परिवार के सभी सदस्यों से तथा अपने सचिव श्री सार्वा से भी खूब बातें कीं। उन्होंने हाइटेक परिवार का शुक्रिया अदा किया कि उन्होंने घर पहुंचकर उन्हें एकाएक यह सेवा देकर अचंभित कर दिया है।
हाइटेक के संचालक संजय अग्रवाल के एक सवाल पर उन्होंने अपने विशिष्ट अंदाज में कहा, “पद्मश्री” के बारे में उन्हें कुछ नहीं पता था। उन्हें इसकी सूचना एक कार्यक्रम के दौरान मिली थी। पर जब सब लोग उन्हें बधाई देने लगे तो उन्हें लगा कि जरूर यह कोई बड़ा सम्मान होगा। इसी तरह बहुत सारे सम्मान मिलते गए, अब तो गिनती भी याद नहीं।