कांग्रेस को सीख देने के बजाय रमन सिंह अपने गिरेबान में झांके – कांग्रेस
एक साल में तीन बार पीएमटी परीक्षा करवाने वाले घड़ियाली आंसू बहाना बन्द करे
रायपुर — पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह द्वारा दिए गए बयान भूपेश बघेल से राज्य नही सम्हल रहा है का कांग्रेस ने कड़ा प्रतिवाद किया है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पन्द्रह सालों तक अपने कुशासन और भ्रष्टाचार के कारण प्रचुर खनिज संपदा और संसाधनों वाले राज्य को बर्बाद कर देने वाले लोग कांग्रेस को सरकार चलाने की सीख देने के बजाय अपने गिरेबान में झांके। रमन सिंह तकनीकी दिक्कतों के कारण रद्द हुई पीईटी परीक्षा पर घड़ियाली आंसू बहाने के बजाय बताए उनके कार्यकाल में एक साल में तीन बार पीएमटी परीक्षा क्यो लिया गया था ? तब तो किसी प्रकार की तकनीकी त्रुटि नही थी। प्रदेश की जनता अभी भूली नही है पीएमटी परीक्षा के पेपर बाजारों में बिके थे। भाजपा नेता मुंगेली में नकल करवाते पकड़ाया था। रमन बताए उस समय व्यवसायिक परीक्षा मंडल का नियंत्रक एक ऐसे व्यक्ति को क्यो बनाया गया था जिसके ऊपर विश्वविद्यालय में परीक्षाओं में गड़बड़ियों के लिए जांच चल रही थी ? पीएमटी परीक्षा की गड़बड़ियों के तार तत्कालीन सत्ता शीर्ष के करीबियों तक जब जुड़ने लगे तो अपनो को बचाने इस कांड की जांच को बंद करवा दिया गया, दोषियों को भी बख्श दिया गया था। जो रमन सिंह अपने पन्द्रह साल के कार्यकाल में पीएससी की बिना विवाद के पन्द्रह परीक्षाएं आयोजित नही करवा पाये वो कौन से मुंह से युवाओं के भविष्य की बात करते है? पीईटी परीक्षा रद्द करने के दुर्भाग्यजनक निर्णय के पीछे भी रमन सिंह की बेलगाम विरासत है ऐसे लोग चिन्हित भी हो चुके है उनके ऊपर कड़ी कार्यवाही भी होगी ।
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन सिंह इस हकीकत को स्वीकार कर ले जनता ने उनकी पार्टी को विपक्ष में बैठा दिया है अब वे मुख्यमंत्री नही है। वे बिखरी हुई भाजपा के एक धड़े के नेता मात्र है । अपनी गलतियों भ्रष्टाचार और कुशासन के लिए प्रायश्चित करे और विपक्षी नेता की रचनात्मक भूमिका निभाएं । बार -बार प्रदेश की अर्थव्यवस्था के चरमराने की झूठी बयानबाजी बन्द करे। यह सही है रमन सिंह ने प्रदेश की नई सरकार को विरासत में 50 हजार करोड़ का कर्ज छोड़ा है लेकिन अब उसकी भी उन्हें फिक्र करने की जरूरत नही है । कांग्रेस की सरकार इस भारी भरकम कर्ज के विरसे के बावजूद प्रदेश के लोगो की प्रगति के लिए उनसे बेहतर वित्तीय प्रबंधन कर रही है । रमन के कर्ज के बावजूद किसानों को धान का 2500 रु. भरपूर समर्थन मूल्य दिया गया। 12000 करोड़ से अधिक का कर्ज माफ किया गया। बिजली के दाम आधे हुए है। सरकारी नौकरी में 17000 से अधिक की भर्तियां शुरू हो गयी है। राज्य के संसाधन और वित्तीय कोष पर प्रदेश की दो करोड़ जनता का अधिकार है और उसका उपयोग भी जनता के हित संवर्धन के लिए ही कांग्रेस की सरकार करेगी। रमन सिंह और भाजपा की प्राथमिकता में आलीशान पांच सितारा शासकीय भवन कार्यालय बनाना था, ताकि उसमे कमीशनखोरी हो सके। भाजपा सरकार चंद लोगो के लिए चलती थी, उनका उद्देश्य चंद सत्तारूढ़ लोगो के हितों की रक्षा मात्र था। कांग्रेस सरकार की प्राथमिकता में राज्य के एक-एक नागरिक के हित है। कुछ भवन कम बनेंगे चल जाएगा कुछ भवनो में विलासिता की सामग्री नही लगेगी चल जाएगा लेकिन हर हाथ को काम और सभी को रोजगार और सब तक सरकार की पहुंच कांग्रेस सरकार की पहली प्राथमिकता है।