मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना बंद होना भूपेश की कुंठित मानसिकता का परिचायक…..
रायपुर — छत्तीसगढ़ राज्य की विकास की ऊंचाईयों के सफर के सारे निर्णय को कुंठा के चश्में से देखे जाने के चलते भूपेश को गलत नजर आ रहे हैं, प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शिवरतन शर्मा ने मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना बंद किये जाने के वर्तमान सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया में यह बातें कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता के आशीर्वाद से 15 वर्षो तक सफल कार्यकाल को गलत ठहराने में आमादा भूपेश अपनी कुंठा का परिचय देने के क्रम में जनहित एवं समग्र विकास की उपेक्षा करते जा रहे हैं। उन्होंने इस योजना के तहत कार्यरत लोगों को हटाये जाने के निर्णय को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि देश और प्रदेश के विकास के बौद्धिक वर्ग की सहभागिता के लिए कांग्रेस सरकारें भी ऐसी योजनाएं चला रही हैं।
श्री शर्मा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी के शासन काल से लेकर नरेन्द्र मोदी जी के वर्तमान कार्यकाल में भी चुनिंदा बौद्धिक मस्तिष्कों की सहायता व्यवस्था के संचालन में ली जा रही है, इससे समग्र विकास की दिशा में अवसरों का ईजाफा होता है, इसे संकीर्णता के नजरिये से नहीं देखा जाना चाहिए। परन्तु यह विडंबना ही है, कि भूपेश संकीर्ण दायरे में उलझे होने के चलते, छत्तीसगढ़ राज्य की विकास की दिशा में चल रहे सकारात्मक बयार को उल्टी दिशा देने में आमादा हैं।