प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर कांग्रेस का पलटवार ……..नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताकर भाजपा ने एक बार फिर अपना चरित्र साबित किया है
नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताकर भाजपा ने एक बार फिर साबित किया देशद्रोह, विध्वंस और विनाश उसका एजेंडा है
रायपुर — भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताये जाने संबंधी बयान का कांग्रेस ने कड़ा विरोध किया है। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि यह भाजपा का असली चरित्र है। नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताकर भाजपा ने एक बार फिर साबित किया देशद्रोह, विध्वंस और विनाश उसका एजेंडा है। भारतीय जनता पार्टी प्रज्ञा ठाकुर के बयान से असहमत है तो वह प्रज्ञा ठाकुर पर कार्यवाही करें। अपने दल की नेता के इस घृणित बयान के लिये नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह देश की जनता से माफी मांगे। नाथूराम हत्यारा था उसे देशभक्त, देशद्रोही विचारधारा के लोग ही मान सकते है। प्रज्ञा ठाकुर इसके पहले मुंबई हमले के शहीद हेमंत करकरे का भी अपमान कर चुकी है। प्रज्ञा ठाकुर जैसे लोगों को प्रश्रय देकर भाजपा और संघ के लोग नफरत और विध्वंस की अपनी विचारधारा को प्रचारित कर रहे है। देश की आजादी की लड़ाई से लेकर आज तक भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और उनके सिद्धांतों का अपमान करने का महापाप करती रही है। जब गांधी जी भारत की आजादी की लड़ाई के लिये अंग्रेजी हुकूमत का मुकाबला कर रहे थे, तब भाजपाईयों के पूर्वज अंग्रेजों की चाटुकारिता कर रहे थे। महात्मा गांधी की हत्या के बाद दशकों तक संघ विचारधारा के लोग गांधी के हत्यारे नाथूराम का महिमामंडन करने का उपक्रम करते रहे। देश की जनता ने जब महात्मा गांधी के हत्यारे के इस संघी महिमामंडन को अस्वीकार कर दिया, तब भाजपाई अपनी राजनैतिक जमीन बनाने के लिये गांधी जी के अनुयायी होने की नौटंकी करने से भी नहीं चुके। लेकिन समय-समय पर भाजपा और संघ के लोग गांधी जी और उनके सिद्धांतों पर प्रहार करने का दुष्चक्र चलाते रहे है। प्रज्ञा ठाकुर ने गांधी जी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडित करके एक बार फिर से साबित कर दिया कि भाजपा और संघ की विचारधारा विध्वंसक और विद्वेष फैलाने वाली है। पूरी दुनिया में अहिंसा के पुजारी गांधी जी के हत्यारे को जो लोग महिमामंडित कर सकते हैं वे लोग और उनकी विचारधारा भारत जैसे सर्वधर्म समभाव वाले देश के लिये घातक है।