सरकारी संपत्तियों को बेचना गिरवी रखना भाजपा का हिडन एजेंडा – धनंजय सिंह
रमन सरकार ने 15 साल में प्रदेश की सम्पत्तियों को रखा गिरवी और मोदी सरकार देश की संपत्तियों को बेच रही है
रायपुर/19 जनवरी 2022 — पूर्व मंत्री एवं भाजपा प्रवक्ता राजेश मूणत के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व के रमन भाजपा सरकार के कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार की हवस ने छत्तीसगढ़ को 41 हजार करोड़ के कर्ज के बोझ तले दबा दिया।रमन सरकार के दौरान एनआरडीए के जमीन को गिरवी रखकर 380 करोड़ का लिया गया कर्ज 41 हजार करोड़ के कर्ज का एक अंश मात्र है।पता नही 15 साल में ऐसे कितनी सरकारी संपत्तियों को गिरवी रखा गया है।जो अब धीरे धीरे जनता के बीच उजागर हो रहा है। भाजपा सरकारों का हिडन एजेंडा सरकारी संपत्ति को बेचना और गिरवी रखना है 15 साल के रमन शासनकाल में प्रदेश के सरकारी संपत्ति को गिरवी रखा गया बीते 7 साल से मोदी सरकार देश की बहुमूल्य सम्पत्तियों रेलवे स्टेशन हवाई अड्डा विमानन कंपनी लाल किला बीएसएनएल भेल सेल गेल पेट्रोलियम कम्पनी,भारत के नवरत्न कंपनियों सहित 175 कंपनियों को कौड़ी के मोल बेच रही है। रमन सिंह के दामाद ने दानवीर दाऊ कल्याण सिंह के दान किए हुए जमीन पर बनी डीकेएस हॉस्पिटल को भी बैंक में गिरवी रख कर कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार कर घोटाला किया।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व मंत्री राजेश मूणत को बताना चाहिए की रमन सरकार के कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार की हवस को पूरा करने के लिए उन्होंने जाते जाते कहीं पीडब्ल्यूडी विभाग को ही तो गिरवी नही रख दिया? परिवहन विभाग,पर्यावरण विभाग की बिल्डिंग किसी बैंक में बंधक तो नहीं है? आरएसएस और भाजपा के लोगों को पालने के लिए मोदी साहब को खुश करने के लिए कुशाभाऊ ठाकरे परिसर और दिल्ली में भाजपा का सात माले महल बनाने के लिए रमन सरकार ने प्रदेश के किन किन संपत्तियों को गिरवी रखा है?रमन सरकार अपने आकाओं को खुश करने कर्ज लेने के होड़ में मंत्रालय सचिवालय, गंगरेल बांध,सरकारी स्कूल, सरकारी दफ्तर,सरकारी,चौक चौराहे,जंगल सफारी को कहीं गिरवी तो नही रख दिया?
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व के रमन सरकार के पाप अभी खत्म नहीं हुए हैं रमन सरकार के पाप सामने आने से भाजपा नेता बौखला रहे हैं इन्हें बताना चाहिए एनआरडीए की जमीन को गिरवी रख कर 380 करोड़ रुपए का लोन लेकर उस स्थान पर अनुपयोगी निर्माण कार्य कराया गया जिसकी लागत कीमत 10800 रु स्क्वायर फीट है जो विश्व के सबसे महंगा कंस्ट्रक्शन का चार्ज है इतना महंगा कंस्ट्रक्शन तो सेंट्रल विस्टा का भी नहीं होगा जितना रमन सरकार ने रिटेल कांप्लेक्स बनाने में खर्च किया है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 15 साल के रमन शासनकाल में एक ओर छत्तीसगढ़ के खजाने पर कर्ज का बोझ बढ़ा दूसरी और राज्य की सबसे बड़ी आबादी किसान कर्ज के बोझ तले दबी रही युवाओं के हाथ में नौकरी नहीं था छत्तीसगढ़ कला संस्कृति परंपरा विलुप्त हो रही थी निर्माण कार्यों के नाम से बंदरबांट किया गया अनुपयोगी निर्माण कराया गया जो राज्य के खजाने पर बोझ बढ़ाने का सबसे बड़ा कारण था।