बेरोजगारों, गृहणियों और आम आदमी की अपेक्षाओं को निराश करने वाला बजट- छाया वर्मा

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रायपुर/01 फरवरी 2022 –  कांग्रेस पार्टी की राज्य सभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा ने आम बजट 2022 पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बजट महंगाई और रोजगार के मोर्चे पर अत्यधिक निराशाजनक है। इस बजट में मध्यम वर्ग और आम आदमी के लिए सहुलियतें न के बराबर हैं। कोरोना काल में बेरोजगारी, महंगाई, इलाज के खर्चों से लोग बेहाल हैं और सरकार डिजिटल करेंसी के सपने दिखा रही है। यह बात लोगों के खाते में 15 लाख रूपए आने वाली बात जैसी ही है।
केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के कारण देश में बेतहाशा बेरोजगारी है, जो नोटबंदी के समय से प्रारंभ हुई और कोरोना काल में यह चरम पर पहुंच चुकी है पर सरकार उदासीन हैं। निजी क्षेत्र से लगातार लोगों की नौकरियां जा रही है, पर सरकार तमाशबीन है। लोगों को आशा थी कि इस आम बजट में सरकार बेरोजगारी के मोर्चे पर कुछ सार्थक कदम उठाएगी, लेकिन सरकार बेरोजागरों के हित में कदम नहीं उठाया है, जो धरातल पर दिखे।
इस बजट में इनकम टैक्स के मोर्चे पर कोई राहत नहीं मिली है और इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसका साफ अर्थ है कि टैक्स के रूप में जाने वाली पूंजी पर कोई बचत नहीं मिलेगी।
वित्त मंत्री ने कहा कि किसानों को डिजिटल सेवाएं दी जाएंगी और भारत में गरीबी मिटाने के लक्ष्य पर पुरजोर रूप से कार्य किया जाएगा। डिजिटल तरीके से गरीबी दूर करने का सरकारी मंसा हवाई प्रतीत हो रहा है।
इसी प्रकार क्रिफ्टों करेंसी की नई बात सरकार द्वारा बजट में रखी गई है। जिसके लिए रेगुलेट्री बॉडी बनाकर आरबीआई इसके इस्तेमाल पर 30 प्रतिशत टैक्स लेने की बात बजट में की गई है। मैं जानना चाहती हूं कि क्रिफ्टों करेंसी क्या आम आदमी इस्तेमाल कर पाएगा यह सिर्फ बड़े लोगों की करेंसी होगी। आम आदमी को इस क्रिफ्टों करेंसी से कोई लेना देना नहीं है।
बजट में ड्रोन के जरिए कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देंने का नया शगूफा रखा गया है। किसानों के साथ केन्द्र सरकार के इस कदम से एक वर्ष धरना दे चुके किसान हैरान और परेशान दिख रहे होंगे। वे तो न्यूनतम समर्थन मूल्य को गारंटी देने की मांग कर रहे थे पर सरकार ड्रोन दे रही है। यह किसानों के साथ धोखा है।
अदूरदर्शी बजट के कारण सरकारी तेल कंपनियों ने हवाई ईंधन के दाम में बढ़ोतरी कर दी है। एटीएफ के दाम 8 से 5 फीसदी बढ़ गए। इससे हवाई सफर महंगा हो जाएगा। आम आदमी, हवाई चप्पल पहनने वाले व्यक्ति को हवाई सफर के सपने दिखाने वाली भाजपा सरकार के कथनी और करनी में कितना अंतर है उसके इस कदम से साफा जाहिर हो रहा है। आम आदमी के लिए हवाई सफर तो छोड़ियों ट्रेन तक का सफर महंगा कर दिया है और सभी प्रकार के रियायती टिकटों को कोरोना के कारण महंगा कर दिया गया है।
छत्तीसगढ राज्य सहित गैर भाजपा शासित राज्यों के लिए यह बजट भेदभाव लाने वाला है। 5 राज्यों के चुनाव के समय प्रस्तुत इस बजट से आम जन आशावान थे पर बजट के बाद लोगा ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
आम बजट पेपरलेस पेश किया गया जिसमें आम जनता के लिए भी सभी कुछ लेस कर दिया गया है।

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