पटवारी को दो चढ़ावा तो कलेक्टर और तहसीलदार का भी होता है काम ।
रायपुर — छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक पटवारी के द्वारा अपने क्षेत्राधिकार के बाहर जाकर काम करने का मामला सामने आया है।
मिली जानकारी के मुताबिक रायपुर के शंकर नगर क्षेत्र के तत्कालीन पटवारी वीरेंद्र झा ने नियमों के विरुद्ध जाकर एक बिल्डर की ज़मीन पर प्लाटिंग करने में मदद की है।
बताया जा रहा है कि बिल्डर को रिहायशी क्षेत्र विकसित करने के लिए अपनी जमीन के ऑनलाइन नक्शे पर सड़क दिखानी थी, जिसे पटवारी ने बिना कलेक्टर, तहसीलदार की जानकारी के खुद ही नक्शे में रोड रास्ता दर्शा दिया।
राजस्व से जुड़े मामलों के जानकार बताते हैं कि प्लाटिंग के नक्शे को ऑनलाइन संशोधन करने के लिए पटवारी अधिकृत नहीं होता है। इसे किसी सक्षम अधिकारी के माध्यम से ही एक तय प्रक्रिया के तहत कराया जाता है।
पटवारी ने चालू राजस्व नक्शे में बटांकन न करके ऑनलाइन भुइँया नक्शे में छेड़ छाड़ कर दिया छत्तीसगढ़ सरकार के ऑनलाइन भुइयां सॉफ्टवेयर के माध्यम से हेरफेर करके जमीन की प्लॉटिंग में नक्शे के साथ छेड़छाड़ की थी। पटवारी की इस करतूत की शिकायत तहसीलदार तक पहुंचने के बाद कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया पर बाद में उसे भी हटा दिया गया, और न ही आगे कोई कार्यवाही नहीं की गई। सूत्र बताते हैं कि पटवारी ने इस गड़बड़ी के लिए बिल्डर से लाखों में पैसे लिए थे जिस का बंटवारा नीचे से लेकर ऊपर तक किया गया है, शायद इसी वजह से भ्रष्ट सिस्टम के तहत काम कर रहे अधिकारी पटवारी पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं।