जल जीवन मिशन: ग्रामीण अंचलों में टेपनल से हो रही शुद्ध पेयजल की आपूर्ति ।
रायपुर, 17 फरवरी 2022 — मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार के निर्देशन में राज्य के ग्रामीण अंचलों में जल जीवन मिशन के तहत शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने जल जीवन मिशन के कार्यों के समय-सीमा में पूर्ण करने और योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इसी कड़ी में जशपुर कलेक्टर श्री रितेश कुमार अग्रवाल के मार्गदर्शन में जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत जिले के प्रत्येक ग्राम और बसाहटों के हर घर में नल कनेक्शन दिए जा रहे है। जल जीवन मिशन का उद्देश्य है कि दूर-दराज गांव के पारा, टोला, कस्बा, आंगनबाड़ी भवन, आश्रम छात्रावास, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, स्कूलों में टेपनल के माध्यम से पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जशपुर जिले में अब तक 222 स्वास्थ्य केन्द्रों, 184 आश्रम छात्रावासों, 1166 स्कूलों, 1482 आंगनबाड़ी केन्द्रों में टेपनल से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति हो रही है।
जिला प्रशासन द्वारा जल जीवन मिशन के तहत दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में शुद्ध पेयजल की सुविधा टेपनल के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है। जल आपूर्ति के साधन उपलब्ध होने से लोगों को अब दूर-दराज से पानी लाने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। अब लोगोें के घरों में ही पेयजल उपलब्ध हो रहा है। जिससे ग्रामवासी बहुत खुश हैं। जशपुर जिले के कुनकुरी विकासखंड के गिनाबहार, दुलदुला विकासखंड के ग्राम पंचायत खटंगा में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के द्वारा नए पानी टंकी का भी निर्माण किया गया है। जिससे आस-पास के लोगों को आसानी से जल आपूति हो रही है। कुनकुरी विकासखंड के उपखण्ड लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी कार्यालय में 1.8 एम.एल.बी जल शुद्धिकरण सयंत्र भी स्थापित है, जहां पानी को शुद्ध करके विभिन्न वार्डों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति किया जा रहा है। इसी तरह जशपुर और पत्थलगांव में भी पानी को शुद्ध करने के लिए जल शुद्धिकरण सयंत्र स्थापित किया गया है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पानी को शुद्ध करने के लिए एलम चूना भी डाला जाता है, ताकि गंदे पानी को शुद्धिकरण जल सयंत्र के माध्यम से पानी को साफ किया जा सके। उन्होंने बताया कि गिनाबहार में जल जीवन मिशन के तहत लगभग 200 घरों में टेपनल के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी प्रकार खटंगा में भी लगभग 200 घरों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है।