सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता, सुरक्षा संस्कृति के निर्माण और विकास के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करें – अरविंद तगई

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प्रत्येक दिवस को सुरक्षा दिवस बनाइयेः अरविंद तगई

जेएसपीएल के रायपुर स्थित मशीनरी डिवीजन में 8 मार्च तक चलेगा सुरक्षा जागरूकता अभियान

नारा लेखन, पोस्टर डिजायन, प्रश्नोत्तरी, उपकरणों एवं व्यक्ति की सुरक्षा, नुक्कड़ नाटक समेत अनेक कार्यक्रमों का होगा आयोजन

रायपुर, 2 मार्च 2022 – जाने-माने उद्योगपति श्री नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) की मशीनरी डिवीजन के यूनिट हेड श्री अरविंद तगई ने आह्वान किया कि हमें प्रत्येक दिन को सुरक्षा दिवस बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन का कोई भी क्षेत्र हो, सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। श्री तगई ने सुरक्षा संस्कृति के निर्माण और विकास के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करने पर भी बल दिया।

4 मार्च को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाए जाने के सिलसिले में उन्होंने 1 मार्च से 8 मार्च तक जेएसपीएल के रायपुर मशीनरी डिवीजन में सुरक्षा सप्ताह आयोजन की शुरुआत करते हुए कहा कि नारा लेखन प्रतियोगिता 3 मार्च तक चलेगी जिसके विषय केंद्र प्लांट, गृह और सड़क सुरक्षा होंगे। इन विषयों पर ही सुरक्षा पोस्टर डिजायन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है। सुरक्षा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर आयोजित की जाएगी। सुरक्षा सप्ताह के दौरान आयोजित की जाने वाली गतिविधियों में सर्वश्रेष्ठ कांट्रैक्टर की भी घोषणा की जाएगी। इसके लिए सफाई, सुरक्षा, अवांछित सामग्रियों का निस्तारण, विद्युत संपर्क एवं बेहतरीन सामग्री सुरक्षा बंदोबस्त, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण एवं अद्यतन दस्तावेजी कार्यवाही को मुख्य आकलन आधार बनाया गया है।

श्री तगई ने बताया कि सुरक्षा सप्ताह समापन के समय 8 मार्च को हेरिटेज पार्क में नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया जाएगा जिससे हमारे प्रयासों की झलक सबको मिल सके कि हम दुर्घटना मुक्त व्यवस्था बनाने के लिए कितनी गंभीरता से प्रयासरत हैं। समापन समारोह में ही सभी प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया जाएगा।

सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रमों के आयोजन के लिए एक समिति भी बनाई गई है, जिसके अध्यक्ष यूनिट हेड श्री अरविंद तगई और इसके सदस्य श्री मुकेश तिवारी, श्री सुनील गुप्ता, श्री सूर्योदय दुबे, और श्री शैलेंद्र कुमार प्रसाद हैं।

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