भाजपाई पहले महंगाई को डायन कहते थे आज रशियन बता जिम्मेदारी से भाग रहे – धनंजय सिंह

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मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल रसोई गैस के बढ़े दाम के लिए यूक्रेन रूस को जिम्मेदार ठहरा कर अपने मुनाफाखोरी को नाकामी को पर्दा नहीं कर सकती

रायपुर /3 अप्रैल 2022 – रोज बढ़ते पेट्रोल डीजल के दाम और बढ़ती महंगाई के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि देश में बढ़ती महंगाई का मूल कारण मोदी सरकार की मुनाफाखोरी की नीति है। देश की जनता को महंगाई से राहत दिलाने के बजाय मोदी सरकार बढ़ती महंगाई के लिए यूक्रेन और रूस के युद्ध को जिम्मेदार ठहराकर अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही है।और हमेशा की तरह ही बढ़ती महंगाई का ठीकरा दूसरों के सिर फोड़ रही है। मोदी सरकार के मुनाफाखोरी की  नीतियों के चलते सरसों तेल शक्कर चाय पत्ती मिर्ची हल्दी जूता-चप्पल कापी पुस्तक टायर ट्यूब ऑयल ग्रीस दवाइयां,पोषक आहार, कृषि यंत्र,रसायनिक खाद,दूध पशु आहार पशुओं की दवाइयां इलेक्ट्रॉनिक सामान मोटर गाड़ी एवं यात्री भाड़े टोल टैक्स में वृद्धि हुई है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने बढ़ती महंगाई पर मौन पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह एवं राज्यसभा सांसद सरोज पांडे पर तंज कसते हुए कहा कि रमन सिंह आप से जनता पूछ रही है की मुख्यमंत्री रहते सायकल चलाकर 68 रु लीटर के पेट्रोल को महंगा बताकर विरोध करने वाले रमन सिंह सत्ता जाने के बाद पेट्रोल खरीदना बंद कर दिये क्या? या बढ़ती महंगाई से सुधबुध खो दिये है?या कहीं डर है पेट्रोल डीजल के महंगे दामों के विरोध में अब सायकल चलाएंगे तो मोदी शाह आपकी राजनीतिक सायकल को ही पंचर कर देंगे?सरोज दीदी यूपीए सरकार के दौरन 410 रु में मिलने वाला रसोई गैस 1050 रु में मिल रहा है आप कहाँ है हमारी गृहणी बहने आपको याद कर रही है? आलू प्याज की माला और रसोई गैस की खाली टँकी लेकर आपका इंतजार कर रही है कि अब आप उनके साथ महंगाई का विरोध करने सड़को पर उतरेंगी।जब यूपीए की सरकार थी तब 410रु में रसोई गैस के सिलेंडर और 68रु लीटर में पेट्रोल और 48रु लीटर में डीजल मिलता था तब भाजपा के नेता इसे महंगा बताकर महंगाई डायन बताते थे आज पेट्रोल-डीजल 100 रु से अधिक कीमत में और रसोई गैस 1050रु में जनता खरीद रही है तब भाजपा के नेता महंगाई को रशियन बता कर पलड़ा झाड़ रहे है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि यूपीए सरकार के समय अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत 144 डॉलर था उस समय पेट्रोल में 9 रु प्रति लीटर डीजल में 3रु के लगभग एक्साइज ड्यूटी लिया जाता था तब भी आमजनता को पेट्रोल 68 रु डीजल 48 रु और रसोई गैस 410 रु में मिलते थे जो 2014 के बाद 38 डॉलर हो गया था तब भी देश की जनता को मोदी सरकार की मुनाफाखोरी के चलते सबसे महंगे कीमत में पेट्रोल डीजल रसोई गैस खरीदना पड़ा था आज 8 साल बाद क्रूड ऑयल की कीमत 110 डॉलर के करीब है तब भी देश की जनता को 2014 के पहले के मुकाबले महंगे दरों में डीजल पेट्रोल मिल रहा है मोदी सरकार के द्वारा पेट्रोल डीजल से वसूली जा रही मनमाना एक्साइज ड्यूटी के चलते ही देश में महंगाई विकराल रूप ले रही है

 

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