भाजपा प्रहलाद पटेल के बयान के लिये किसानों से माफी मांगे -मोहन मरकाम
कांग्रेस ने प्रदेश भर में प्रहलाद पटेल का पुतला फूंका
भाजपा छत्तीसगढ़ की धान खरीदी बंद करवाने का षड़यंत्र कर रही
रायपुर – केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल द्वारा दिये गये किसान विरोधी बयान 2500 रू. धान समर्थन मूल्य दिये जाने से राज्य दिवालिया हो जायेगा के विरोध में कांग्रेस ने प्रदेश के सभी जिला और प्रदेश मुख्यालयों में प्रहलाद पटेल का विरोध किया। प्रदेश भर में 342 स्थानों जिला और ब्लाक मुख्यालयों संगठन में पुतला दहन कर जनाक्रोश की अभिव्यक्ति किया। भाजपा नेता के बयान से छत्तीसगढ़ के किसान आहत और आक्रोशित है। कांग्रेस ने पुतला जला कर लोगों की भावनाओं की अभिव्यक्ति किया।
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल द्वारा 2500 में धान खरीदा राज्य दिवालिया हो जाने संबंधी बयान को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने भाजपा के मानसिक दिवालियेपन का उदाहरण बताया है। प्रहलाद पटेल के बयान के लिये भाजपा छत्तीसगढ़ के किसानों से माफी मांगे। प्रहलाद पटेल ने यह बयान समाचार चैनलों के सवाल के जवाब में दिया है। प्रहलाद पटेल का यह बयान भाजपा के किसान विरोधी चरित्र को दर्शाता है। भाजपा कभी नहीं चाहती किसानों को उनकी ऊपज की पूरी कीमत मिले। जब छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार थी तब भाजपा ने किसानों से धोखा किया, हर चुनाव में बोनस का वायदा किया, चुनाव के बाद कभी बोनस नहीं दिया। किसानों को धान की कीमत 2100 देने का वायदा किया था, उसको भी नहीं दिया। मोदी ने 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने की बात कही थी अब मोदी के मंत्री को किसानों को पूरी कीमत मिलने पर आर्थिक दिवालिया होने का खतरा नजर आने लगा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा इस बात का षड़यंत्र शुरू से करती रही है कि छत्तीसगढ़ के किसानों के धान की खरीदी बंद हो जाये। मोदी सरकार ने छत्तीसगढ़ को हर बार समर्थन मूल्य से अधिक कीमत देने पर धमकी दिया है, केंद्रीय पुल के चावल को नहीं लेने का भी ऐलान किया। भाजपा के किसान विरोधी रवैये के कारण ही कांग्रेस सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना लागू किया। प्रहलाद पटेल का बयान भी धान खरीदी बंद करवाने का भाजपाई षड़यंत्र है। भाजपा बतायें किसानों की फसल की पूरी कीमत मिलने पर कैसे आर्थिक दिवालियापन आयेगा? जब उद्योगों के उत्पादों की पूरी कीमत मिलने पर तरक्की आती है तो किसान के ऊपज की कीमत पर भाजपा को क्यों आपत्ति है। उद्योपतियों के हजारों करोड़ रू. कर्जा माफ करने वाली भाजपा को किसानों की पूरी कीमत देने पर पीड़ा हो रही है।