भक्ति के क्षेत्र में माता कर्मा और माता शबरी हमारे प्रदेश की विभूतियां : मुख्यमंत्री बघेल
रानीतराई का महाविद्यालय होगा पाटन क्षेत्र के दानवीर भामाशाह कहे जाने वाले स्वर्गीय दाऊ रामचंद्र साहू के नाम पर
तेलीगुण्डरा में बनेगा हायर सेकेंडरी स्कूल का भवन तथा विकास कार्यों के लिए 25 लाख रुपये की स्वीकृति
तहसील साहू संघ द्वारा ग्रामीण क्षेत्र की विभिन्न मांगों पर भी दिए 50 लाख रुपये
रायपुर, 17 अप्रैल 2022 — छत्तीसगढ़ में माता कर्मा तथा माता शबरी की भक्ति अतुलनीय रही है। छत्तीसगढ़ में जब भी भक्त माताओं की परंपरा ध्यान में आती है तो माता कर्मा और माता शबरी का ध्यान सबसे पहले आता है। माता शबरी ने शिवरीनारायण में जिस तरह भगवान श्री राम को झूठे बेर खिलाए। उसी तरह माता कर्मा ने भगवान श्री कृष्ण को प्रेम से खिचड़ी खिलाई। जिस तरह से भक्त माताओं ने अपने प्रेम से ईश्वर को भी अभिभूत कर लिया। उनके स्नेह के वश भगवान श्री राम और भगवान श्री कृष्ण उनके पास चले आए।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज दुर्ग जिले के पाटन विकासखण्ड के ग्राम तेलीगुण्डरा में आयोजित तहसील स्तरीय कर्मा जयंती समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर कुष्ठ जागरूकता स्थल में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण भी किया। इसके साथ ही उन्होंने स्वर्गीय श्री दाऊ रामचंद्र साहू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन भी अर्पित किए। उन्होंने कार्यक्रम में आदर्श विवाह करने वाले नवदम्पतियों को आशीर्वाद भी दिया।
मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के भामाशाह कहे जाने वाले स्वर्गीय दाऊ रामचंद्र साहू की स्मृति में रानीतराई महाविद्यालय का नाम करने की घोषणा भी की। इसके साथ ही उन्होंने तेलीगुण्डरा में हायर सेकेंडरी स्कूल के भवन निर्माण की घोषणा भी की। तेलीगुण्डरा के विकास के लिए विभिन्न मांगों पर उन्होंने 25 लाख रुपये की घोषणा भी की। इसके साथ ही उन्होंने तहसील साहू संघ द्वारा ग्रामीण क्षेत्र की विभिन्न मांगों के लिए भी 50 लाख रुपये की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि भक्त माता कर्मा जयंती का आयोजन अब प्रदेश में व्यापक स्तर पर होने लगा है। इसके पीछे डॉ. मनराखन लाल साहू की अहम भूमिका है। इसके साथ ही जंजगिरी के वेदराम गुरु जी जिन्होंने कर्मा मां का भजन लिखा, उनका भी अहम योगदान है। इसके साथ ही स्वर्गीय ताराचंद साहू जी का स्मरण आता है उन्होंने भी ऐसे आयोजनों को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति हमारा गौरव है। हमारे तीज त्योहार हमारे मेले हमारे गौरव हैं राजिम में हमेशा से पुन्नी मेले का आयोजन होता था। इस मेले का नाम बदल दिया गया था। हमने प्रस्ताव पारित कर नाम पुन्नी मेले का नाम पुनः रखा। इससे परंपरा से जुड़े लोगों में गहरी खुशी हुई। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि साहू समाज पूरे प्रदेश में जन जागरूकता के लिए अच्छा कार्य कर रहा है। कोरोना काल में जिस तरह से सामाजिक जनों ने आगे आकर कार्य किया, वो अनुकरणीय है।
गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि साहू समाज संगठित होकर तेजी से सामाजिक जनों की जरूरतों को पूरा करने की दिशा में कार्य कर रहा है। समाज को सकारात्मक दिशा में आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भागीदारी निभा रहा है। समाज के द्वारा नवाचार अपनाया जा रहा है और ऐसी कुरीतियों को त्याग किया जा रहा है जो समाज के हितों के अनुकूल नहीं है।
विधायक श्री धनेंद्र साहू ने कहा कि संगठन में बड़ी शक्ति होती है। साहू समाज सकारात्मकता के साथ अपने उद्देश्यों को पूरा करने की दिशा में कार्य कर रहा है। इससे समाज को और पूरे प्रदेश को लाभ हो रहा है। इस मौके पर जिला मंडी बोर्ड के अध्यक्ष श्री अश्विनी साहू ने कहा कि सामाजिक जनों की विभिन्न मांगों के लिए मुख्यमंत्री ने हमेशा से सकारात्मक निर्णय लिए हैं। इससे सबको लाभ मिला है जिससे सामाजिकजनो में काफी खुशी है। इस मौके पर श्री दीपक ताराचंद साहू, श्री जागेश्वर साहू एवं अन्य गणमान्य अतिथि भी मौजूद थे।