मुख्यमंत्री ने केरता में गन्ना उत्पादक किसानों से की मुलाकात ।
शुगर फैक्ट्री के संचालक मंडल को पीपीपी मॉडल पर गन्ने से एथेनॉल बनाने का यूनिट लगाने का दिया सुझाव
कहा संचालक मंडल के निर्णय के बाद होगी आगे की कार्यवाही
रायपुर — मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तीसरे दिन सूरजपुर जिले के सीमावर्ती गांव केरता में माँ महामाया शुगर फैक्टरी में गन्ना उत्पादक किसानों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाने की तर्ज़ पर यहाँ भी पीपीपी मॉडल पर गन्ने से एथेनॉल बनाने का यूनिट लगाया जाना उचित होगा। संचालक मंडल के निर्णय के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने इस मौके पर गन्ना उपजाने वाले किसानों की मांगों और समस्याओं की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री से किसानों से चर्चा के दौरान कारखाने के संचालक मंडल ने कारखाने की पेराई केपेसिटी दो हज़ार पांच सौ मैट्रिक टन से बढ़ाकर तीन हज़ार पांच सौ मैट्रिक टन करने के लिए आवश्यक सहयोग और मदद की आवश्यकता जताई। गौरतलब है कि केरता शुगर फैक्ट्री से आसपास के गॉवों के लगभग 15 हज़ार गन्ना उत्पादक किसान पंजीकृत हैं। लगभग 11 हज़ार हेक्टेयर से अधिक रकबे में गन्ना उगाया जाता है और फैक्टरी को बेचा जाता है।
हमें गौ माता के समान ही धरती माता की सेवा करनी है: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि शासन की योजनाआंे का लाभ लोगांे को कितना मिल रहा है, यही देखने निकला हूँ। अधिकारी कर्मचारी अच्छा काम कर रहे तभी योजनाएं धरातल तक पहुँच रही है। जो एक दो गड़बड़ कर रहे उन पर कार्रवाई हो रही। मुख्यमंत्री ने अक्ती तिहार और माटी पूजन का उल्लेख करते हुए कहा कि जैसे हम गौ माता की सेवा करते हैं, वैसे ही हमें धरती माता की भी सेवा करना है। खेतों में वर्मी कंपोस्ट का उपयोग करें, जिससे भूमि की गुणवत्ता भी अच्छी होगी, उपज भी अच्छी होगी और जो उपज मिलेगी वह भी हमारे स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित होगी। जब हम रासायनिक खादों और कीटनाशकों का उपयोग करते हैं, तो जमीन कठोर हो जाती है और उपज में रसायनिक तत्वों का सूक्ष्म अंश शामिल हो जाता है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
किसान ने भेंट की काला धान
केरता में मुख्यमंत्री के पहुंचने पर जैविक खेती करने वाले किसान श्री टिकनू राम ने उन्हें अपने खेत में उगाए गए काले रंग के धान भेंट की। उन्होंने बताया कि खेत में गोबर खाद, केंचआ खाद का उपयोग करते हैं। गौ मूत्र से दवा भी बनाने का काम करते हैं। वर्मी कम्पोस्ट खाद का भी उपयोग करते हैं। उनके द्वारा धान और गेहूं फसल ली जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि टिकनू राम गौ माता की सेवा के साथ-साथ धरती माता की सेवा कर रहे हैं। इससे क्षेत्र की किसानों को प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने इसके लिए श्री टिकनू राम को बधाई और शुभकामनाएं दी।
महिलाओं ने भेंट की ताजी सब्जियां
केरता की महिला स्व-सहायता समूह की दीदियों ने मुख्यमंत्री को गौठान से उपजाई गई ताजी सब्जियां भेंट की। मुख्यमंत्री ने ताज़ी सब्जियों के लिए उनका धन्यवाद किया। मुख्यमंत्री ने केरता के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का भी निरीक्षण किया।