भाजपा को अपनी सरकार का दौर याद आ रहा इसलिये पैदल मार्च निकाला -कांग्रेस
छत्तीसगढ़ में कानून का राज, सारे माफिया भाजपा सरकार के साथ समाप्त हो गये
भाजपा का राजभवन मार्च बेशर्मी की पराकाष्ठा
रायपुर/14 जुलाई 2022। भारतीय जनता पार्टी के द्वारा राजभवन पैदल मार्च भाजपा की बेशर्म नौटंकी है। भाजपा राज्य में मुद्दों के दिवालियेपन से जूझ रही है। भाजपा जिस भू-माफिया, रेत माफिया जैसे काल्पनिक आरोपों को लेकर मार्च निकाली उन माफिया का दौर भाजपा की सरकार के साथ ही समाप्त हो गया है, छत्तीसगढ़ में कानून का राज है। भाजपा आपराधिक घटनाओं के आधार पर अपनी राजनैतिक जमीन तलाश रही है। अकलतरा की घटना दुर्भाग्यजनक है, घटना के बाद अपराधियों को पकड़ लिया गया उसके बाद भाजपाई किस बात के लिये रैली निकाल रहे है? भाजपा छत्तीसगढ़ में जनहित के विषय पर आंदोलन करने को कुछ नहीं बचा इसलिये महिलाओं के प्रति तथाकथित बढ़ते अपराध के नाम से घड़ियाली आंसू बहा रहे है। एनसीआरबी के आंकड़ों का विश्लेषण बताता है कि छत्तीसगढ़ में महिलाओं के प्रति अपराध में भाजपा राज की अपेक्षा 58 ंफीसदी की कमी आई है, संगठित अपराध छत्तीसगढ़ में 62 प्रतिशत कम हुये नक्सलवादी घटनाओं में 78 प्रतिशत की कमी आई है। महिलाओं और नागरिकों को जीवन जीने के लिये अपराध मुक्त वातावरण देना कांग्रेस सरकार की पहली प्राथमिकता है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जनता भाजपा राज में महिलाओं पर हुये अत्याचार को भूली नहीं है। इसी प्रदेश में झलियामारी जैसे कांड और आमाडोला जैसे कांड हुये थे। रमन सिंह के मुख्यमंत्री रहते उनके ओएसडी ओ पी गुप्ता पर नाबालिक से बलात्कार का आरोप लगा। चार साल तक एफआईआर दर्ज नही होने दिया गया। इसी राजधानी में छत्तीसगढ़ की महिला सिपाही का दुराचार हो जाता है और एक हफ्ते तक एफआईआर नहीं होती। राजधानी रायपुर में सूदखोरों के गुर्गो ने कर्जदार की बीवी के साथ आटो में घुमा कर दुराचार किया और रिपोर्ट दर्ज करने के लिये उसे हफ्तों घुमना पड़ा। इसी प्रदेश से 27 हजार से अधिक बच्चियां गायब हो गयी थी तब भाजपा की सरकार थी। रमन भाजपा सरकार के समय पीड़िता को न्याय मिलना दूर की बात उनकी शिकायत ही दर्ज नही होती थी। आज भाजपा किस नैतिकता से महिला अपराध के नाम पर राजभवन मार्च करने जा रही है। ये भाजपा की बेशर्मी की पराकाष्ठा है। प्रदेश में पुलिस व्यवस्था मजबूत हुई है। अपराध के बाद अपराधियों के खिलाफ लगाम कसी गयी है, उनकी गिरफ्तारी हुयी है। भाजपा के समय अपराध होते थे तो अपराधी बेलगाम घुमते थे और भाजपा के नेताओं का उनको संरक्षण मिलता था।