मुख्यमंत्री बघेल विश्व आदिवासी दिवस एवं मां मांवली महासभा के पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में हुए शामिल ।
आदिवासी समाज के सामाजिक भवन हेतु 2 एकड़ भूमि आरक्षित करने एवं भवन निर्माण हेतु 50 लाख रूपए की घोषणा
शासकीय हाई स्कूल दंतरेगी का नामकरण स्वर्गीय श्री संतोष धु्रव एवं शासकीय हाई स्कूल टोनाटार का नामकरण शहीद श्री धनंजय वर्मा के नाम पर करने की घोषणा
रायपुर /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज बलौदाबाजार जिले के भाटापारा नगर स्थित रावणभाटा मैदान में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस एवं मां मांवली महासभा के नव निर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। इस दौरान समाज की महिलाओं ने खुमरी पहनाकर उनका स्वागत किया गया। श्री बघेल ने सम्मेलन में पटपर भाटापारा नगर में आदिवासी समाज के लिए 2 एकड़ भूमि आरक्षित करने एवं सामाजिक भवन हेतु 50 लाख रूपए स्वीकृति की घोषणा की है। साथ ही मुख्यमंत्री श्री बघेल ने शासकीय हाई स्कूल दंतरेगी का नामकरण स्वर्गीय श्री संतोष ध्रुव एवं शासकीय हाई स्कूल टोनाटार का नामकरण शहीद श्री धनंजय वर्मा के नाम पर करने की घोषणा किए है।
इस दौरान नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, पूर्व राज्यसभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा, संसदीय सचिव एवं विधायक सुश्री शकुंतला साहू, अनुसूचित जनजाति आयोग सदस्य श्री गणेश धु्रव, मंडी अध्यक्ष श्री सुशील शर्मा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती सरिता ठाकुर, जिलाध्यक्ष श्री हितेंद्र ठाकुर, श्री विद्याभूषण शुक्ला, श्री सुनील महेश्वरी, समाज प्रमुख श्री बंशीलाल नेताम, कलेक्टर श्री रजत बंसल पुलिस अधीक्षक श्री दीपक झा उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने नव निर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई। सभा को संबोधित करते हुए श्री भूपेश बघेल ने आदिवासियों के हित में किये जा रहे कार्यों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आदिवासी संस्कृति एवं छत्तीसगढ़ की अस्मिता को पहचान दिलाने के लिए हमारी सरकार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि हमने विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त को अवकाश दे कर एक उत्सव मनाने का अवसर दिया है। इस वर्ष हमने विशेष पिछड़ी जनजाति के पढ़े लिखें नौजवान युवक-युवतियों को बड़ी संख्या में शासकीय नौकरी प्रदान की है। इसके साथ ही आने वाले समय मे 10 हजार शिक्षकों की भर्ती करने की तैयारी की जा रहीं है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य के अन्नदाताओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने विभिन्न योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। जिसमें राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना प्रमुख है। बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा प्रदान करने में राज्य में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले गए हैं। हमने इसकी सीटें भी बढ़ाई है। यह एक ऐसा सरकारी स्कूल है जिसमें अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए अभिभावकों में उत्साह है। अब हम उच्च शिक्षा में भी अंग्रेजी माध्यम के कॉलेज संचालित करने की योजना बना रहे है। राज्य में गोधन योजना से रोजगार और आय के नए स्रोत प्रारंभ हुए हैं। जिसके पास पहले कोई रोजगार नहीं होता था। वे गोबर बेचकर लाभ कमा रहे हैं। गौठान में वर्मी कंपोस्ट का निर्माण किया जा रहा है। गोधन न्याय योजना की पूरे देश में सराहना की जा रही है। गांव की परंपरा को पुनर्जीवित करने का काम सरकार द्वारा किया जा रहा है। हमनें अब 4 रूपए प्रति लीटर की दर से गौ-मूत्र की खरीदी प्रारंभ की है। योजनाओं को चलाने के लिए सभी की भागीदारी जरूरी है। खेतों में फसल उत्पादन के लिए वर्मी कंपोस्ट का उपयोग कर बीमारियों से बचा जा सकता है। वर्तमान में खेती के रकबा में वृद्धि हुआ है और इसके प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है।
बादल एकेडमी के लिए कलेक्टर श्री रजत बंसल की प्रशंसा
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम के दौरान खुले मन से कलेक्टर श्री रजत बंसल के नेतृत्व में बस्तर में प्रारंभ हुई बादल एकेडमी की प्रशंसा की। जगदलपुर में प्रारंभ हुई बादल एकेडमी जनजाति संस्कृति के रूप में प्रसिद्ध लोकनृत्य, स्थानीय बोलियां, साहित्य एवं शिल्प कला के संरक्षण के लिए शुरू हुई बस्तर एकेडमी ऑफ डॉस, आर्ट एवं लेंग्वेज की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने इस जिले के लोगों को वहां भ्रमण कराने का भी निर्देश दिए है। इस मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण और दूर दराज से आएं आदिवासी समाज के पदाधिकारी एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।