भाजपा के आंदोलन के मुद्दे और नैतिकता दोनों संदिग्ध – कांग्रेस
बेरोजगारी पर भाजपा के आंदोलन पर पीसीसी अध्यक्ष ने पूछा 10 सवाल
रायपुर/23 अगस्त 2022। भाजपा द्वारा बेरोजगारी को लेकर किये जा रहे आंदोलन पर सवाल खड़ा करते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा छत्तीसगढ़ में अपनी डूबती नैय्या को पार लगाने आंदोलन की नौटंकी कर रही है। भाजपा के आंदोलन के मुद्दे और नैतिकता दोनों संदिग्ध है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा प्रभारी और भाजपा में जरा भी नैतिकता बची है तो वे छत्तीसगढ़ और देश के युवाओं के 10 सवाल जो भाजपा की मोदी सरकार और पूर्ववर्ती रमन सरकार के संदर्भ में उसका जवाब दें।
1. छत्तीसगढ़ में जब भाजपा सरकार में थी बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत थी, कांग्रेस के राज में राज्य की बेरोजगारी दर 0.78 प्रतिशत है। यह बताता है कि छत्तीसगढ़ के युवाओं को कांग्रेस सरकार रोजगार उपलब्ध करवाने में देश में अव्वल है। देश में सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्य में आंदोलन क्यों?
2. 2014 में देश के युवाओं से वादा किया था हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे अभी तक साढ़े आठ साल में 17 करोड़ युवाओं को रोजगार मिलना था भाजयुमो इसके लिये प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने कब जा रही है?
3. हर साल दो करोड़ रोजगार का वायदा करने वाली मोदी सरकार ने पिछले 8.5 साल में मात्र सवा सात लाख लोगों को रोजगार दिया है, इसके विपरीत भूपेश सरकार ने पिछले 3.5 साल में 5 लाख युवाओं को रोजगार दिया है। भाजपा बतायें रोजगार देने का रिकार्ड मोदी सरकार का खराब है फिर आंदोलन मोदी के खिलाफ क्यों नहीं कर रहे हैं?
4. 2003 के विधानसभा चुनाव में हर शिक्षित बेरोजगार को 500 रू. बेरोजगारी भत्ता देने का वायदा भाजपा ने किया था। 15 साल सरकार चलाने के बाद भी एक भी बेरोजगार को भाजपा ने बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया था। भाजपा इसके लिये राज्य के लोगों से माफी कब मांगेगी?
5. 2003 के चुनाव में ही हर आदिवासी परिवार से एक को सरकारी नौकरी देने का वायदा भाजपा ने किया था लेकिन नहीं दिया। इसके लिये भाजपा प्रायश्चित रैली कब करेगी?
6. 2003 में ही भाजपा ने वायदा किया था स्वरोजगार देने हर आदिवासी परिवार को 10 लीटर दूध वाली गाय देंगे लेकिन प्रदेश के किसी भी आदिवासी को भाजपा ने 15 सालों तक गाय नहीं दिया था अपनी इस वायदाखिलाफी के लिये भाजपा शर्मिंदगी कब व्यक्त करेगी?
7. राज्य में भाजपा के 15 साल के सरकार में युवाओं के लिये सरकारी नौकरी भर्ती बंद कर दिये थे, आउटसोर्सिंग के नाम पर सरकारी विभागों में प्रदेश के बाहर के लोगों को आधी अधूरी तनख्वाह पर ठेके पर भर्तियां की जाती थी। आज छत्तीसगढ़ में रमन के 15 साल की तुलना में सरकारी नौकरी में भर्तियों का औसत प्रतिवर्ष तिगुना से भी अधिक है फिर भी भाजपा का यह आंदोलन बेशर्मी नहीं है?
8. रमन राज में 15 साल तक छत्तीसगढ़ में सरकारी नौकरी के द्वार बंद थे, आउट सोर्सिंग के माध्यम से ठेके पर भर्तियां होती थी, छत्तीसगढ़ पीएससी तब भाजपा ने युवाओं को रोजगार देने की कार्ययोजना क्यों नहीं बनाया था? ठेके की भर्ती का विरोध क्यों नहीं किया? कांग्रेस राज में तो सरकारी नौकरी में नियमित भर्तियां हो रही है।
9. 2018 में भाजपा राज के समय मात्र 18 लाख किसान धान बेचते थे, आज 2022 में 26 लाख किसान धान बेच रहे है तो क्या यह रोजगार में वृद्धि नहीं है? गौठानों में 13 हजार महिला समूहों की 1 लाख से अधिक महिलाओं को मिलने वाले रोजगार को भाजपा रोजगार क्यों नहीं मानती? यह रोजगार रमन राज के समय क्यों नहीं पैदा किये गये?
10. आने वाले तीन साल में मात्र 10 लाख रोजगार का लक्ष्य केंद्र सरकार ने रखा है, इसके विपरीत कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने छत्तीसगढ़ में पिछले पौने चार साल में 5 लाख युवाओं को रोजगार दिया और आने वाले पांच साल में 15 लाख युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित कर छत्तीसगढ़ रोजगार मिशन का गठन किया है। मोदी सरकार देश में रोजगार देने में फिसड्डी साबित हुई है। छत्तीसगढ़ भाजपा के पास इसका क्या जवाब है?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार जो कहती है वो करती है। जनता से वादा कर वादा खिलाफी करना भाजपा का चरित्र है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र के बिंदु क्रमांक 4 में हर घर रोजगार देने का वादा किया था, कहा था छत्तीसगढ़ के युवाओं को राजीव मित्र योजना के तहत रोजगार दिया जायेगा जिसके अंतर्गत 10 लाख बेरोजगार युवाओं सामुदायिक विकास और समाज सेवी गतिविधियों में भाग लेने पर न्यूनतम प्रति माह 2500 रूपये प्रदान किया जायेगा। राजीव गांधी मितान योजना के माध्यम से 13,800 क्लब के माध्यम से युवा के वादा को पूरा कर रही है। भाजपा आदतन फ्रॉड फैलाने वाली दल है, कांग्रेस के घोषणा पत्र में कही भी बेरोजगारी भत्ता का उल्लेख नही है, बेरोजगारी भत्ता के नाम से भाजपा युवाओं में भ्रम फैला रही है।