सेवा पखवाड़ा भाजपा की राजनैतिक नौटंकी- कांग्रेस
केन्द्र सरकार के रूप में सेवा का अवसर मिला है, वहां सेवा नही कर रहे
कौन सी नैतिकता से गोंडसेवादी, गांधी के जन्मदिन को सेवा पखवाड़ा से जोड़ रहे
कोरोना काल में भाजपा की सेवा भावना कहां मर गयी थी
रायपुर/16 सितंबर 2022 । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन को सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाना भाजपा की एक नयी राजनैतिक नौटंकी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि सेवा पखावड़ा जनता की नही मोदी की सेवा का पखवाड़ा है मोदी की चाटुकारिता में भाजपाई सेवा पखवाड़ा बना रहे। जनता ने केन्द्र सरकार की कमान देकर भाजपा को सेवा करने का मौका दिया है। पिछले 8 साल में, भाजपा के लोग केन्द्र सरकार में काम करके लोगो की सेवा नही कर रहे है महंगाई कम करके गरीब लोगो का सेवा करने का अवसर मिला है। रोजगार उपल्बध कराकर युवाओें का सेवा करने का मौका मिला है। वादा किया था कि समर्थन मूल्य किसानों को मिलना सुनिश्चित करेंगे, 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करेंगे वायदा किया था। चाहते तो इस दिशा में काम करके किसानों की सेवा करते। सेवा के नाम पर भाजपा केवल नौटंकी करती है। बयानबाजी करना, जुमलेबाजी करना भाजपा की पुरानी फितरत है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि देश जब कोरोना महामारी से जूझ रहा था तब भी सेवा का अवसर मिला था तब भाजपा की केन्द्र सरकार और मोदी दोनो अपने कर्तव्य से मुंह चुरा लिये थे। गंगा में लाशे बहती रही लोगों को अस्पताल, दवाई, आक्सीजन के लिये भटकना पड़ा। कोविडकाल के दौरान जब देश के मजदूर पैदल भूखे चल रहे थे सड़को पर मर रहे थे तब सेवा नही कर रहे तब ताली थाली बजा रहे थे। लाखों लोगो की जान गयी तब भाजपा ने सेवा भावना नही दिखाया अब सेवा की बात कर जनता के जले में नमक छिड़कने का काम कर रहे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि सेवा पखवाड़ा को महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर से जोड़ कर भाजपा बहुरूपिया कालनेमी बनने की नयी नौटंकी कर रही है। एक तरफ तो गोडसे के जिंदाबाद करने का नारा लगाते है दूसरी ओर गांधी जी के भक्त बनना चाहते है। महात्मा गांधी के अनुयायी बनने के पहले नाथूराम गोडसे मुर्दाबाद का नारा लगाने का साहस तो दिखाये। गोडसे की पूजा करेंगे और महात्मा गांधी के अनुयायी बनने का नौटंकी करेंगे दोनो एक साथ नही चलेगा। देश की जनता समझ चुकी है भाजपा का महात्मा गांधी के प्रति प्रेम का दिखावा और अनुयायी बनने का स्वांग राजनैतिक नौटंकी है।