बस्तर के लोग अधिकार संपन्न और समृद्ध हो रहे हैं : भूपेश बघेल

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मुख्यमंत्री शामिल हुए ‘बेजोड़ बस्तर’ कार्यक्रम में

बस्तर में बदलाव, राज्य सरकार की नीति और दृष्टिकोण पर बेबाकी से रखे अपने विचार

14 श्रेणियों में बस्तर के बदलाव और विकास में योगदान देने वालों को किया सम्मानित

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज शाम जगदलपुर के शहीद गुंडाधूर कृषि महाविद्यालय के ऑडिटोरियम में समाचार चैनल आईबीसी24 द्वारा आयोजित ‘बेजोड़ बस्तर’ कार्यक्रम में शामिल हुए।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पिछले 4 वर्षों में बस्तर में आए बदलाव, विकास की राह में तेजी से बढ़ते बस्तर, यहां की चुनौतियों और बस्तर में बदलाव लाने कि राज्य सरकार की नीति और दृष्टिकोण पर बेबाकी से अपने विचार रखे। उन्होंने बस्तर की विकास गाथा में योगदान देने वाले बस्तर के आम लोगों को विभिन्न श्रेणियों  में सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री ने बस्तर के संबंध में राज्य सरकार की नीति पर चर्चा करते हुए कहा कि यहां के लोग निश्छल, सरल और सहज हैं, हमें भी उनके साथ ऐसा ही व्यवहार करना पड़ेगा। हमने यही किया।

उन्होंने कहा कि बस्तर में जो कार्य करने जरूरी थे, उन्हें तय करने के लिए हमने बस्तर में सभी वर्गों के लोगों, आदिवासियों, व्यापारियों, अधिकारियों, पत्रकारों से चर्चा की और जो यहां के लोग चाहते थे, उसी दिशा में आगे बढ़ने का प्रयास किया। इसके पहले ऐसा नहीं होता था। बस्तर के लोगों को अलग दृष्टि से देखा जाता था, उन्हें नक्सली समझा जाता था, जरूरत उनके बारे में हमारे नजरिए और दृष्टिकोण को बदलने की है राज्य सरकार ने यही किया। आज ग्रामीण पुलिस और वन विभाग के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर कार्य कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सबसे बड़ी चुनौती बस्तर के युवाओं को अपने पैरों पर खड़े करने की है, हम स्वावलंबन की राह पर आगे बढ़ना चाहते हैं, बस्तर में भरपूर खनिज, वन संपदा है। खेती-किसानी बढ़ रही है, हर किस्म की फसल यहां उगाई जा सकती है , यहां के लोगों को रोजगार देने के लिए बड़े-बड़े उद्योग लगाने से बात नहीं बनेगी बल्कि यहां की जो प्राकृतिक उत्पाद हैं उनका प्रसंस्करण कर उनकी वैल्यू एडिशन के लिए छोटे-छोटे प्लांट लगाए जाने चाहिए। इसी तरह लौह अयस्क पर आधारित छोटे स्पंज और आयरन प्लांट लगाए जाएं , जिससे बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिल सकता है। राज्य सरकार ने भी यही किया है। हजारों करोड़ का एक बड़ा उद्योग लगाने से मात्र 400 लोगों को भी रोजगार मिलता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में आ रहे बदलाव का सबसे बड़ा प्रमाण यह है कि जहां कभी बारूद की गंध होती थी, धरती लाल हो चुकी थी, वहां आज काफी की खुशबू बिखर रही है, पहले लोगों के लिए हर रिश्ता, रोटी-बेटी का संबंध करना काफी कठिनाई भरा काम होता था, जो आज काफी आसान हो गया है। अब परिस्थितियां पहले  जैसे नहीं रहीं। सुरक्षा कैंपों को ग्रामीण अपनी सुरक्षा के लिए मानने लग रहे हैं,  यहां बनने वाली सड़कें अब यहां के लोगों की जरूरत बन चुकी है। लोग अधिकार संपन्न और समृद्ध हो रहे हैं । बीजापुर जैसे जगह पर ट्रैक्टर के तीन-तीन शोरूम है ,दोपहिया वाहनों के शोरूम में खुले हैं।

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