गुटबाजी और आंतरिक सत्ता-संघर्ष कांग्रेस का मूल राजनीतिक चरित्र – सुंदरानी
रायपुर — भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्रीचंद सुंदरानी ने इन दिनों कांग्रेस में मचे अंदरूनी सत्ता-संघर्ष को लेकर तंज कसा है। श्री सुंदरानी.ने कहा है कि प्रदेश में लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस में गुटीय प्रतिस्पर्धा तेज हो गई है।
भाजपा प्रवक्ता श्रीचंद सुंदरानी ने कहा है कि प्रदेश सरकार के मंत्री टीएस सिंहदेव ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद पर मोहन मरकाम की नियुक्ति के मद्देनजर ट्विटर पर उन्हें बधाई दी है लेकिन प्रदेश सरकार में बतौर मंत्री नियुक्त किए गए सरगुजा संभाग के ही विधायक अमरजीत भगत को मंत्री सिंहदेव ने बधाई देना मुनासिब नहीं समझा। यह कांग्रेस में चल रही गुटबाजी और सत्ता-संघर्ष का जीता-जागता उदाहरण है।
श्री सुंदरानी ने कहा कि गुटबाजी और आंतरिक सत्ता-संघर्ष कांग्रेस का मूल राजनीतिक चरित्र रहा है लेकिन छह महीने पहले ही छत्तीसगढ़ की सत्ता में लौटी कांगे्रस के नेता लोकसभा चुनाव के बाद जिस तरह की सियासी खींचतान और गुटबाजी में उलझ गए हैं, वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए हैरतभरा है।
श्री सुंदरानी ने कहा कि हालांकि यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला है और बधाई देना या न देना नितांत व्यक्तिगत विषय है, पर जो सत्तरूढ़ दल इस तरह गुटबाजी और सत्ता संघर्ष में उलझा हुआ है तो इसका सीधा दुष्प्रभाव प्रदेश के विकास कार्यो और जनकल्याणकारी योजनाओं पर पड़ेगा। भाजपा छत्तीसगढ़ के हितों को राजनीतिक घमासान की बलि नहीं चढऩे देना चाहती। श्री सुंदरानी ने कहा कि कांग्रेस के नेता सत्ता संघर्ष के बजाय प्रदेश के हितों के लिए काम करने में शक्ति लगाएं।