बेरोजगाारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ व न्यायालय की अवमानना कर रही राज्य सरकार — नेता प्रतिपक्ष
रायपुर — भारतीय जनता पार्टी ने छह माह पहले हुई पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा निरस्त कर नई परीक्षा आयोजित करने के सरकारी इरादों पर जमकर हमला बोला है। पार्टी ने कहा है कि यह प्रदेश के हजारों पढ़े-लिखे बेरोजगारों के साथ शर्मनाक खिलवाड़ है और भाजपा प्रदेश सरकार के इस मंसूबे को कभी पूरा नहीं होने देगी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि छह महीने पहले हुई पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा के परिणाम मौजूदा प्रदेश सरकार ने रोक रखा है। यह बेरोजगारों के आशाप्रद भविष्य के साथ खिलवाड़ के साथ-साथ उच्च न्यायालय के निर्देशों की भी अवमानना है। भाजपा इस मुद्दे पर सभी परीक्षार्थियों के साथ खड़ी है और उनके हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबध्द है। श्री कौशिक ने कहा कि वस्तुतः वर्तमान सरकार में बैठे कुछ बिचौलिए पुलिस भर्ती में ‘सक्रिय भूमिका‘ निभाने की फिराक में थे लेकिन उन्हें जब इसमें ‘मनोनुकूल प्रतिसाद’ नहीं मिला तो उन्होंने इस पूरी परीक्षा को ही निरस्त कराने की साजिशाना रणनीति बनाई। इस तरह प्रदेश के हजारों बेरोजगार युवकों को ठगने की तैयारी की गई है। इस बारे में एक प्रतिनिधिमंडल की सरकार के कर्णधारों से हुई भेंट का हवाला देकर श्री कौशिक ने सवाल किया कि कांग्रेस के लोग अपने प्रिय लोगों की भर्ती के लिए क्या यह प्रोपेगेंडा कर रहे हैं? आखिर सरकार ने इतनी लंबी अवधि बीत जाने के बाद भी परिणाम घोषित क्यों नहीं किए हैं?
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि इस बारे में हाईकोर्ट के निर्देशों की भी प्रदेश सरकार अनदेखी कर हाईकोर्ट की अवमानना कर रही है। प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के बयान पर कड़ा एतराज जताते हुए श्री कौशिक ने कहा कि उनका बयान संघर्षरत बेरोजगार युवकों का मजाक उड़ाने और उन्हें चिढ़ाने वाला है। भाजपा इस तरह के बयानों का विरोध करती है और भर्ती परीक्षा को किसी भी सूरत में निरस्त नहीं होने देने के लिए संकल्पित है।