कर्जमाफी से हुई राह आसान, किसानों के पूरे होने लगे अरमान…… कांकेर जिले के 64 हजार किसानों के 228 करोड़ 12 लाख रूपए का कृषि ऋण माफ
रायपुर — किसानों के अल्पकालिक कृषि ऋण राज्य शासन द्वारा माफ किये जाने से किसानों के विकास की राह आसान हुई है, बचत राशि को किसान अपने अरमानों को पूरा करने में लगा रहे हैं। कोई किसान अपने खेती को मजबूत कर रहा है, तो कोई बोर खनन कर अपने घरेलू जिदंगी को खुशहाल बनाने में लगा है तो कोई गहना-जेवर खरीद कर वर्षों से दबी अपने अरमानों को मूर्त रूप दे रहे हंै। कांकेर जिले के ग्राम तालाकुर्रा के किसान हिरामन भुआर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की कर्ज माफी योजना ने उनके उत्साह को दुगुना कर दिया है। उनकें घर में पोते का जन्म हुआ, जिसका नामकरण संस्कार पूरे उमंग, उत्साह और खुशी के माहौल में किया गया। अब वे पूरे जोश खरोश से खरीफ की तैयारी में लग गए हैैं। उन्होंने बताया कि बारदेवरी समिति से 20 हजार रूपए का अल्पकालिन ऋण लिया गया था, जिसे समिति में समर्थन मूल्य पर धान बेचकर कर्ज जमा कर दिया गया था। लेकिन राज्य शासन द्वारा कर्ज माफी योजना के तहत् उक्त राशि को उनके खाते में पुनः जमा करा दिया गया, जिससे उन्हें बेहद खुशी हुई।
ग्राम गौरगांव के किसान गणेश राम निषाद ने बताया कि उनके पिताजी पुनीत निषाद के नाम पर सहकारी समिति नाथिया नवागांव से 21 हजार रूपए का अल्पकालीन कृषि ऋण लिया गया था, जिसे समर्थन मूल्य पर धान विक्रय के समय चुकता कर दिया गया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सरकार बनने के बाद उनकी घोषणा के अनुरूप यह राशि किसान के खाते में पुनः वापस कर दी गई। श्री गणेश राम निषाद ने बताया कि इस खरीफ सीजन में खेती किसानी के लिए भी उन्होंने 16 हजार रूपये का अल्पकालीन ऋण लिया है।
उल्लेखनीय है कि कांकेर जिले में 64 हजार 656 किसानों के 228 करोड़ 12 लाख 65 हजार रूपए की कृषि ऋण माफ किये गये हैं। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक द्वारा 56 हजार 641 किसानों का 183 करोड़ 98 लाख 13 हजार रूपए के ऋण माफ किया गया है। इनमें 33 हजार 861 किसानों के अकालातीत ऋण 103 करोड़ 34 लाख 74 हजार रूपये और 22 हजार 780 किसानों के कालातीत ऋण 80 करोड़ 63 लाख 39 हजार रूपये माफ किये गये हैं। इसी प्रकार ग्रामीण बैंक के 8012 किसानों के कालातीत ऋण 44 करोड़ 14 लाख 52 हजार रूपये का कृषि ऋण माफ किया गया है। इनमें 3168 किसानों के 15 करोड़ 42 लाख 39 हजार रूपये के कालातीत ऋण और 4844 किसानों के 28 करोड़ 72 लाख 12 हजार रूपये के अकालातीत कृषि ऋण माफी शामिल हैं।