अल्पकालीन कृषि ऋण माफी योजना , फिरतराम को कर्ज से मिलेगी मुक्ति
चेहरे पर मुस्कान के साथ फिर भीड़ गये खरीफ के फसल के लिए
रायपुर — राज्य सरकार के कृषि ऋण माफी योजना से जांजगीर-चांपा जिले के 79 हजार से अधिक किसानों के चेहरे पर मुस्कान आ गयी है। कर्ज के बोझ से मुक्ति मिलने और धान का मूल्य बढ़ने से किसानों में खेती-किसानी के प्रति उत्साह बढ़ा है। आगामी खरीफ फसल की तैयारी में भी लग गये हैं। योजना के तहत अब राष्ट्रीयकृत बैंकों के कृषि ऋण को भी माफ करने के लिए प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। नवागढ़ तहसील के ग्राम पचेड़ा निवासी किसान श्री फिरतराम कश्यप भी कर्जमाफी की सूचना मिलने से उसके परिवार में उत्साह का माहौल है।
श्री फिरतराम ने बताया कि उसने विगत वर्ष कृषि कार्य के लिए पंजाब नेशनल बैंक से 20 हजार रूपए का कर्ज लिया था। राज्य शासन के निर्णय से अब ग्रामीण सहकारी बैंकों के साथ-साथ अन्य बैंकों के कृषि ऋण को भी माफ करने की प्रक्रिया की जा रही है। श्री फिरतराम ने बताया कि एक एकड़ में खेती व मजदूरी कर अपने परिवार की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। विगत वर्ष कृषि कार्य के लिए ऋण लेना पड़ा था। ऋण वापसी की चिंता से खेती-किसानी के प्रति उत्साह कम हो गया था। राज्य सरकार केे कृषि ऋण माफी योजना से उसके परिवार को राहत मिली है। धान के समर्थन मूल्य की वृद्धि होने से भी वह अपनी परिवार की जिम्मेदारी बेहतर तरीके से निभा सकेगा।
उल्लेखनीय है कि अल्पकालीन ऋण माफी योजना जांजगीर-चांपा जिले के 79 हजार 860 किसानों के लिए वरदान साबित हुआ। ये किसान जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के 18 बैंक शाखाआंे से 304 करोड़ 74 लाख रूपए से अधिक की अल्पकालीन ऋण प्राप्त किये थे। शासन के निर्देश पर अन्य बैंकों के कृषि ऋण को माफ करने की प्रक्रिया की जा रही है। शासन के इस निर्णय से जिले के हजारों किसानों के चेहरे पर उत्साह दिख रहा है।