मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को छत्तीसगढ़ी में लिखा पत्र- ‘तुंहर मन के प्रयास ले गॉव के तस्वीर बदलत हे’
रायपुर — मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को छत्तीसगढ़ी भाषा में पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं एवं बच्चों के देखभाल के लिये आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से किये जा रहे उनके कार्याें की सराहना की है।
मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि- ‘तुंहर मन के प्रयास ले गॉव के तस्वीर बदलत हे’। मुख्यमंत्री में अपने पत्र में ऑगनवाडी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को बहिनी संबोधित करते हुए कहा है कि ‘ मोर निवेदन हे कि तुमन छत्तीसगढ़ मा सुपोषण के अलख जगावव अउ ये छत्तीसगढ़ी महतारी के लइका मन ला स्वस्थ व सुपोषित बनावव।’
श्री बघेल ने उनसे कहा है कि आपके प्रयासों से छत्तीसगढ़ के गांवों की तस्वीर बदल रही है। बच्चे स्वस्थ व शिक्षित हो रहे हैं एवं महिलाओं के सामाजिक स्तर में सुधार हो रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मेहनत से छत्तीसगढ़ देश के अग्रणी राज्यों में शामिल होगा जहां कुपोषण की समस्या जड़-मूल समेत नष्ट हो जाएगी।
श्री बघेल ने कहा है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं की मेहनत को रूपये-पैसे में नहीं आंका जा सकता है लेकिन फिर भी राज्य सरकार द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं को सम्मानजनक मानदेय देने 1 जुलाई से बढ़ोत्तरी की गई है। इसके बाद भी राज्य सरकार कार्यकर्ता-सहायिकाओं की कठिनाई दूर करने का प्रयास करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उनके सरकार का हिस्सा हैं। प्रदेश के बलरामपुर से लेकर सुकमा तक सभी जगह बच्चों में कुपोषण दूर करने एवं बीमारियों की रोकथाम के लिये आपके सहयोग की जरूरत पड़ेगी। कार्यकर्ता-सहायिकाओं के सहयोग के बिना छत्तीसगढ़ महतारी को कुपोषण से मुक्ति नहीं मिल सकती।
मुख्यमंत्री ने सुपोषण का अलख जगाने तथा बच्चों को स्वस्थ और सुपोषित बनाने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से आग्रह किया है।