उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से की मुलाकात
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने गांधीनगर में स्वर्णिम संकुल-2 में टेक्नोलॉजी के प्रयोग का किया अध्ययन
रायपुर / छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने अपने गुजरात प्रवास के दौरान आज गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल से सीएम सचिवालय में मुलाकात की। उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की ओर से शुभकामनांए और उन्हें छत्तीसगढ़ आने का न्योता दिया। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को करने के लिए छत्तीसगढ़ में संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने छत्तीसगढ़ में महिलाओं के सशक्तिकरण एवं कल्याण के लिए तैयार जा रही महतारी सदन योजना की भी जानकारी दी। गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने इस योजना की सराहना की और इसे एक आदर्श पहल बताया। उन्होंने अपने अधिकारियों को इस योजना को गुजरात राज्य में लागू करने की संभावनाओं का अध्ययन करने के निर्देश दिए।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से पूर्व में हुई मुलाकात में सीएम डैशबोर्ड के सबंध में हुई चर्चा एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार गुजरात राज्य के सीएम डैशबोर्ड का अवलोकन किया। स्वर्णिम संकुल 2, जनसंपर्क इकाई, मुख्यमंत्री सचिवालय में उन्होंने टेक्नोलॉजी के प्रयोग से विभिन्न आवेदनों के निगरानी व निराकरण प्रयोगों का अध्ययन किया। स्वर्णिम संकुल 2 में उपमुख्यमंत्री ने टेक्नोलॉजी आधारित निगरानी प्रणाली का निरीक्षण किया और इसकी कार्यप्रणाली को समझा। इस अवसर पर चिप्स (छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसाइटी) के सीईओ रितेश अग्रवाल और चिप्स की टेक्निकल टीम भी मौजूद थी। गुजरात की टीम ने उपमुख्यमंत्री को टेक्नोलॉजी आधारित निगरानी की कार्यप्रणाली और इसके प्रभावों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने टेक्नोलॉजी के प्रयोग से आवेदनों के त्वरित और प्रभावी निराकरण की सराहना की। उन्होंने कहा, टेक्नोलॉजी का सही उपयोग प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह प्रणाली नागरिकों की शिकायतों के त्वरित समाधान में सहायक साबित होगी।
गुजरात की टेक्नोलॉजी टीम ने बताया कि इस प्रणाली के माध्यम से आवेदनों की निगरानी और निराकरण की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाया गया है। यह प्रणाली नागरिकों को अपनी शिकायतों और आवेदनों की स्थिति का ऑनलाइन ट्रैकिंग करने की सुविधा भी प्रदान करती है।