नरकीय जीवन जीने को मजबूर, बी.एस.यू.पी. काॅलोनी निवासी– भगवानु
रायपुर —जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे0) के
प्रदेश प्रवक्ता भगवानू नायक ने कहा शासन के द्वारा कहने को ही गरीब
झुग्गीवासियों को कच्चा मकान के बदले केन्द्र सरकार के द्वारा संचालित
योजना के अंतर्गत बी.एस.यू.पी. काॅलोनी में पक्का मकान प्रदत्त की है,
वास्तविकता यह है कि शहर के उक्त बी.एस.यू.पी. काॅलोनी में सफाई नाम की
कोई चीज नजर नहीं आती बल्कि लोग गंदगी के साम्राज्य में रहने को मजबूर है
यही नहीं बिजली, पानी की भी उचित व्यवस्था नहीं है बल्कि भवन निर्माण
निम्न स्तर की गुणवत्ता के कारण मकान भी तड़क रहे हैं, सैप्टिक टैंक भर
जाने से गंदगी सड़क पर आ रहा है, सीलिंग लिकेज होने से बारिश में छत से
पानी टपकता है कुल मिलाकर बी.एस.यू.पी. काॅलोनी में रहने वाले नरकीय जीवन
व्यतीत कर रहे हैं। बी.एस.यू.पी. काॅलोनी में रहने वाले लोग यह भी कहते
हैं कि ‘‘एैसे कच्चे मकान से तो अच्छा हमारे झुग्गी बस्ती ही ठीक था।’’
ज्ञात हो कि विगत वर्ष 2014-15 में सड़क चैड़ीकरण के नाम पर गीतांजली नगर
स्थित भोला नगर के झुग्गीवासियों को बिना किसी पूर्व सूचना के नगर निगम
रायपुर के द्वारा बलपूर्वक सड्डू स्थित बी.एस.यू.पी. काॅलोनी में
विस्थापित किया गया था। जिसको लेकर निवासियों ने माननीय उच्च न्यायालय
में एक याचिका भी दायर की है जो कि लंबित है। बावजूद इसके आज तक उक्त
विस्थापित परिवार मूलभुत सुविधा बिजली, पानी, सड़क, साफ-सफाई, शिक्षा,
रोजगार के लिये तरस रहे है उनका कोई सुनने वाला नहीं है।
उक्त समस्याओं को लेकर काॅलोनीवासी विगत दिनों समाज के नेता व जनता कांग्रेस के प्रदेश
प्रवक्ता भगवानू नायक के नेतृत्व में काशीराम नगर स्थित नगरीय निकाय
मंत्री श्री शिव कुमार डहरिया के निवास स्थल पर मंत्री जी से भेंट कर
ज्ञापन सौंपा तथा विस्तारपूर्वक समस्याओं को बताया, मंत्री श्री डहरिया
ने पीड़ित परिवारों को गंभीरतापूर्वक सुनकर समस्याओं के शीघ्र निराकरण
एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु नगर निगम आयुक्त रायपुर छ0ग0 को निर्देशित
किया। नायक ने कहा यदि शीघ्र अतिशीघ्र शहर के सभी बी.एस.यू.पी. कालोनी
में साफ-सफाई, बिजली, पानी आदि मूलभूत सुविधाओं के समस्या का निराकरण
नहीं होता है तो जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ लोक तांत्रिक तरीके से धरना,
प्रदर्शन-आंदोलन करेगी। मंत्री श्री शिव कुमार डहरिया से भेंट करने वाले
प्रमुख रूप से उत्कल समाज के वरिष्ठ नेता बैकुण्ठ सोना, हरिबंधु तांडी,
फाल्गुनी कुम्हार, साधुराम हरपाल, बाबूलाल नायक, भूवनेश्वर धु्रव,
लीलाराम यादव, मनोज दीप, जितेन्द्र बाघ, आशुराम बघेल, दीनू नायक, प्रकाश
सोना, रमेश विश्वकर्मा, बेनीराम सेन, दिलीप बाघ, टिकमचंद साहू, चैन सिंह
साहू, भागवत यादव, शांति हरपाल, वैदी तांडी, राजकुमारी साहू, पुष्पा
विभार, वनीता बाघ सहित बड़ी संख्या में पीड़ित परिवार उपस्थित थे।