पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पत्रकारों से चर्चा.. प्रदेश की कानून व्यवस्था पर उठाये सवाल, साथ ही कहा सरकार पूरा धान खरीदी नहीं करना चाह रही

0

75 दिनों की धान खरीदी में 35 दिन अवकाश – भूपेश बघेल

रायपुर/18 अक्टूबर 2024। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था दिन प्रतिदिन और खराब होती जा रही है। कल ही रायपुर राजधानी में 20 लाख की लूट हो गयी। आज 10 करोड़ का सोना पकड़ा गया। भानूप्रतापपुर में तो एक बेरोजगार भाजयुमो नेता के पास उसके कार में करोड़ो रूपये दिखाई दे रहा है। वह कहता है रिशतेदार का पैसा है, कही वो रिश्तेदार किसी मंत्री के यहां पदस्थ तो नहीं है? लगातार सभी जिलों में अपराध तेजी से बढ़ रहा है। हत्या, बलत्कार, लूटपाट, चोरी रोजाना हो रहा है। मुख्यमंत्री आज समीक्षा बैठक ले रहे है। गृहमंत्री भी इस बैठक में शामिल हुये। गृहमंत्री अपराध रोकने में असफल रहे। सरकार में कोई विकास कार्य नहीं हो रहा हैं। 10 महीने हो गये जो काम चल रहे थे वो भी रूक गये है। सरकार की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है, हजारो करोड़ का कर्जा ले चुकी है।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अभी धान खरीदी सामने है जब भाजपा विपक्ष में थी तो 1 नवंबर से धान खरीदी करने के लिये बोला करती थी। अब जब भाजपा खुद सरकार में आ गयी है तो धान खरीदी लेट से क्यों कर रही है? पिछले पांच सालों कांग्रेस की सरकार ने जो काम किया उसके कारण किसानों की स्थिति में अच्छा परिवर्तन आया और आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ। खेत बनाने से लेकर सिंचाई और आधुनिक खेती का काम हुआ। पूर्ववर्ती कांग्रेस के कारण किसानों के जीवन में समृद्धि आयी है। यह सरकार 14 नवंबर को धान खरीदी करेगी और 31 जनवरी तक धान खरीदी करेगी। इससे सरकार के नीयत में शक हो रहा है। ऐसा लग रहा है कि सरकार धान खरीदना चाह रही है कि नहीं। इन खरीदी के दौरान लगभग 35 दिनों का बहुत सारी सरकारी अवकाश रहेगा। जिससे धान खरीदने में परेशानी आयेगी। धान खरीदने के लिये सरकार को कम समय मिलेगा। अभी ऐसी स्थिति है कि सरकारी समिति वाले हड़ताल में चल दिये है और आपरेटर भी हड़ताल में है। ऐसी और कोई बाधा आएगी तो धान खरीदी 40 दिन में भी नहीं हो पायेगी। पिछले साल जो धान खरीदी हुआ है उसका सरकार ने अभी तक निष्पादन नहीं कर पाई है। सरकार की नीयत पर शक हो रहा है कि यह धान खरीदी कर पाएगी या नहीं? इस साल फसल आ चुका है धान कटाई शुरू हो चुकी है। दीपावली के पहले लगभग 30 से 40 प्रतिशत धान की कटाई हो चुकी है। सरकार को धान खरीदी का समय बढ़ाना चाहिये। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय रिकार्ड तोड़ धान खरीदी होती थी और किसानों के खाते में पैसा आता था। धान खरीदी करने के लिये सरकार के नीयत साफ नहीं है।

इस साल फसल आ चुकी है कई बार फसल लेट से आता है। 1 नवंबर के आसपास कटाई शुरू होती है। इस समय तो दशहरा के समय कटाई शुरू हो गयी है, जो लंबे अवधि का फसल है वह भले रूक जायेगा। लेकिन धान की कटाई शुरू हो जाये। सरकार को 25 अक्टूबर से धान खरीद लेना चाहिये। फसल किसान के हाथ में आ चुका है। सरकार को किसानों का धान खरीदना चाहिए, नहीं तो किसान कोचियों को बेचने मजबूर हो जायेगा।

हसदेव मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि विधानसभा में प्रस्ताव पारित हुआ और सर्वसम्मती से हुआ है। नया खदान के लिये पेड़ो की कटाई नहीं होना चाहिये। इस बैठक में सभी वरिष्ठ नेता शामिल थे। चलती खदान के लिये कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन चलती खदान बंद नहीं होना चाहिये। नये खदानों के लिये पड़ो की कटाई नहीं होना चाहिये। जब हमारी सरकार थी तब हमने 23 खदानों को कारीडोर में शामिल किया था।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि साय सरकार, सरकार चलाने में असमर्थ है। चाहे राजधानी हो, न्याय धानी हो, संस्कारधानी हो, अपराध कंट्रोल नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक ली और घटनाओं में लगाम लगाने के लिये कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। सरकार खुद मान रही है कि वह अपराध को नियंत्रण नहीं कर पा रही है। गलती को सुधार नहीं पा रही हैं। मंत्रियो का फोन बड़े पुलिस अफसरो के पास आ जाता है तो पुलिस वाले भी क्या करेंगे। अभी की स्थिति यही है। विधायक ईश्वर साहू के बेटे के खिलाफ एफआईआर कराने में बहुत समय लग गया। वहां तो फोन चले गया तो फिर एफआईआर कहां होगा। अभी यहीं स्थिति हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed