रायपुर / शहर की जनता को मूलभूत आवश्यकता उपलब्ध कराने में पूरी तरीके से असफल रहे महापौर हताशा में अनर्गल बयानबाजी कर रहें हैं, जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रदेश में आयी है तब से वार्डो में विकास कार्य हो रहें है। महापौर का यह कहना कि रायपुर नगर निगम को शहर के चारो विधायक एवं मंत्री चला रहें हैं, यह उनकी अकर्मन्यता को प्रर्दशित करता है. जिस संस्थान के वे मुखिया है वहॉ के बारे में ऐसी बातें कर वे स्वयं को असफल साबित कर दिए हैं। 5 साल कांग्रेस शासनकाल में महापौर जी शहर विकास के लिए जो भी राशि आई वह भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गई और अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद विकास अपनी गति पकड़ रही है तब महापौर फड़फड़ा रहें हैं शहर का विकास उनसे बर्दाश्त नही हो रहा है। जिस चौपाटी की बात महापौर जी कर रहें हैं प्रारंभ से ही उनको यह ज्ञात था कि चौपाटी पुरी तरीके से अवैध है .महापौर जी ने चौपाटी के व्यवसायियों के साथ धोखा किया है .युथ हब के नाम पर अवैध चौपाटी का निर्माण महापौर के संरक्षण में हुआ शहर की जनता ने कड़कते ठंड पर इसका विरोध किया जिसका महापौर ने मखौल उड़ाया। और अब दुध का दुध और पानी का पानी हो गया तब महापौर जी घटिया राजनीति कर रहें हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में महापौर अनर्गल बयानबाजी कर रहें है सच तो यह है कि महापौर जी चाहते ही नही है की गरीब के सर पर पक्का मकान हो। प्रधानमंत्री आवास योजना के द्वितीय चरण के अंतर्गत हितग्राहियों के सर्वे का काम प्रारंभ है। शहर में सर्वे किया जा रहा है की कौन से हितग्राही किस-किस घटक की पात्रता रखते है,.संबंधित कंसलटेंट के द्वारा डीपीआर बनाकर शासन को भेजा जाएगा तत्पश्चात शासन के द्वारा राशि आबंटित की जायेगी। महापौर को शहर की गरीब जनता का मजाक नही बनाते हुए इस विषय पर अनर्गल बयानबाजी से बचना चाहिए।