वन अधिकार पत्र मिलने पर वनवासियों के खिले चेहरे
गरियाबंद जिले में अब तक 20 हजार 932 लोग लाभान्वित
रायपुर, 16 जुलाई 2019 — गरियाबंद जिले में वन क्षेत्र के वासिन्दों को ग्रामवार चिन्हांकित कर उनके वाजिब हक दिलाने वन अधिकार पत्र वितरण कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। लम्बी अवधि तक काबिज जमीन पर अधिकार मिलने से वनवासियों में प्रसन्नता की झलक दिखने लगी है। यह सब हुआ है राज्य सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा वन क्षेत्र के निवासियों से किये गये वायदे को अमल में लाने से।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के मार्गदर्शन में गरियाबंद जिले में अबतक 20 हजार 932 पात्र हितग्राहियों को वन अधिकार पत्र का वितरण किया जा चुका है। वन अधिकार पत्र वितरण की कड़ी में सोमवार को जिले के दुर्गम वनाच्छादित ग्राम पंचायत आमामोरा के आश्रित ग्राम ओढ़ के 16 पात्र हितग्राहियों को वन अधिकार पत्र और ऋण पुस्तिका प्रदान किया गया है। जिला पंचायत गरियाबंद के सभापति श्री पन्नालाल ध्रुव ने स्थानीय एस.डी.एम कार्यालय में अपने करकमलों से वन वासियों को वन अधिकार पत्र और ऋण पुस्तिका वितरित की गई। जिसमें कृष्ण कुमार पिता मनीराम रावत को धारित रकबा 0.06 हेक्टेयर, मनीराम पिता सावतराम रावत को धारित रकबा 1.00 हेक्टेयर, राजु पिता सावतराम रावत को धारित रकबा 0.84 हेक्टेयर, भारत राम पिता सावतराम रावत को धारित रकबा 0.15 हेक्टेयर, घनश्याम पिता मनोहर रावत को धारित रकबा 0.51 हेक्टेयर, नारायण पिता श्यामसुन्दर रावत को धारित रकबा 0.57 हेक्टेयर, भैयाराम पिता भागीरथी रावत को धारित रकबा 0.52 हेक्टेयर, कलम पिता रघुराथ रावत को धारित रकबा 0.06 हेक्टेयर, चरण पिता लेदुराम रावत को धारित रकबा 0.11 हेक्टेयर, फगेश्वर पिता मोहनराम रावत को धारित रकबा 0.74 हेक्टेयर, सुदन पिता सोमारू रावत को धारित रकबा 1.08 हेक्टेयर, सागर राम पिता सोमारू रावत को धारित रकबा 1.74 हेक्टेयर, पतिराम पिता रघुराथ रावत को धारित रकबा 0.38 हेक्टेयर, कांतिलाल पिता सागर रावत को धारित रकबा 0.12 हेक्टेयर, अगंतुराम पिता सोमार रावत को धारित रकबा 1.00 हेक्टेयर, नेकराम पिता लखन रावत को धारित रकबा 1.23 हेक्टेयर का वन अधिकार पत्र प्रदान किया गया है। ये सभी ग्राम ओढ़ के निवासी हैं। इन्हें वन अधिकार पत्र के साथ ऋण पुस्तिका भी दी गई है। लम्बे इंतजार के बाद वन अधिकार पत्र और ऋण पुस्तिका मिलने पर अपने खुशी का इजहार करते हुए ये सभी लोगों ने एक स्वर में शासन-प्रशासन के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।